रांची : झारखंड के छह अत्यंत संवेदनशील आदिम जनजाति समूह के 104 लोग शनिवार को दिल्ली रवाना हुए। वे रांची स्टेशन से जम्मूतवी एक्सप्रेस से रवाना हुए। उनके लिए उक्त ट्रेन में दो अतिरिक्त बोगी जोड़ी गई थी। वे 12 जून को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे।
आदिम जनजाति समूह केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय और राष्ट्रपति के आमंत्रण पर दिल्ली रवाना हुए है। इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब देश की राष्ट्रपति सीधे तौर पर लुप्त होती आदिम जनजाति समुदाय से सीधे तौर पर संवाद करेगी। इन जनजाति समुदाय में असुर, बिरहोर, बिरजिया, कोरबा, परहिया और सबर समुदाय शामिल है। झारखंड से गए सभी आदिम जनजाति समुदाय के प्रतिनिधि 14 जून को झारखंड के लिए वापस होंगे और 15 जून को रांची पहुंचेंगे।
उन्हें रांची स्टेशन विदा करने के लिए डॉ रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान, कल्याण विभाग के निदेशक रणेंद्र कुमार, डिप्टी डायरेक्टर मोनिका रानी टूटी, असिस्टेंट डायरेक्टर राकेश रंजन उरांव के अलावा विकास दूबे अन्य संस्थान के कर्मी मौजूद थे।