हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल से बुधवार की दोपहर लगभग तीन बजे एक नवजात बच्चा चोरी हो गया। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आठ घंटे बाद बच्चे को मानगो के आजाद बस्ती से बरामद कर लिया।
घटना के बाद कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं, जिसकी जांच पुलिस कर रही है। दरअसल, अस्पताल के महिला एवं प्रसूति रोग विभाग में कोई संदिग्ध व्यक्ति कैसे घुस गया? अगर गया तो वह बच्चा बाहर लेकर कैसे निकल गया? क्या चिकित्सक व नर्सों का भी ध्यान इस ओर नहीं गया? ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी कहां थे? वार्ड से अस्पताल गेट तक निकलने में तीन जगहों पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती होती है लेकिन क्या एक जगह भी जांच नहीं हुई? इस तरह के तमाम सवाल उठ रहे हैं, जिसकी जांच पुलिस कर रही है।
महिलाओं को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही जांच
सीसीटीवी कैमरे में चार महिलाएं उस बच्चे को बाहर लेकर जाती हुई दिख रही हैं। इसके आधार पर पुलिस ने जांच तेज कर दी। इस बीच बच्चा मानगो के जवाहरनगर रोड नंबर 12 निवासी सबाना के यहां से मिला है।
हालांकि, सबाना का कहना है कि वह बच्चे को दूध पिलाने के लिए घर लाई थी और इसकी जानकारी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व नर्स को दी गई थी लेकिन अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इसकी जानकारी किसी को नहीं दी गई। ऐसे में पुलिस सबाना सहित अन्य से पूछताछ कर पूरे मामले की गहराई में जाना चाह रही है।
चूंकि, जमशेदपुर में बच्चे की खरीद-बिक्री का मामला सामने आता रहा है। कुछ दिन पूर्व ही बागबेड़ा में एक बच्चा बेचने का मामला सामने आया था।
बच्चे को जन्म देने वाली महिला भी मानगो की रहने वाली
बच्चे को जन्म देने वाली महिला भी मानगो के जवाहरनगर रोड नंबर 12 की रहने वाली बताई जा रही है। हालांकि, महिला का कहना है कि उसका इस दुनिया में कोई नहीं है। जिससे मामला और संदिग्ध हो गया है।
बच्चे को जन्म देने वाली महिला ने बताया कि एक साल पूर्व वर्षा के दौरान एक व्यक्ति ने उसे मदद करने के बहाने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया था। जिससे वह गर्भवती हो गई। पुलिस इस पूरे मामले की भी जांच कर रही है।
मंगलवार को हुआ था प्रसव
बीते मंगलवार को इस महिला को मानगो से कुछ स्थानीय लोगों ने एमजीएम अस्पताल में लाकर भर्ती कराया था। हालांकि, महिला का प्रसव अस्पताल पहुंचते ही परिसर में हो गया था। इसके बाद नर्सों ने जच्चा-बच्चा को वार्ड में ले गया थी। इस दौरान जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ थे, जिसे देखते हुए वार्ड में भर्ती किया गया था। लेकिन इसी बीच बच्चा चोरी हो गया।
क्या कहते हैं एमजीएम अधीक्षक
एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. रविंद्र कुमार कहते हैं कि बिना किसी के इजाजत का अस्पताल से बच्चा बाहर चले जाना यह गंभीर सवाल है। इसकी जांच की जा रही है। आखिर, इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई? किन-किन स्तरों से चूक हुई है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।