जमशेदपुर/Shailendra Mahto On Sita Soren : जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो ने कहा कि विधायक सीता सोरेन ने खुद को कलंकित किया है। मैं इस बात को इसलिए कह रहा हूं कि एक तरफ बूढ़े सास- ससुर और दूसरी तरफ देवर हेमंत सोरेन जेल में, इस परिस्थिति में विधायक सीता सोरेन अपने परिवार को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई। इस कृत्य को मानवता माफ नहीं कर सकता। लोग कई पीढियाें तक याद रखेंगे। राजनीति भी गजब का खेल है।
पिछले दिनों सांसद गीता कोड़ा ने भी भाजपा में योगदान किया। 1970 के दशक में फिल्म ‘सीता और गीता’ आई थी। आज इस फिल्म का नाम झारखंड के राजनीतिक रंगमंच पर मजाकिया लहजे से लिया जा रहा है। फिल्म में सीता और गीता का क्या रोल था बहुत से लोगों को याद होगा? लोग अनुमान कर रहे हैं कि भाजपा इन दो महिला सीता और गीता की बदौलत अगला चुनाव लड़ेगी?
भाजपा, शिबू सोरेन के परिवार को तोड़ने में सफल हो गई। पिछले दिनों झारखंड के आदिवासियों के बीच ईसाई और गैर ईसाई को तोड़ने के लिए कड़िया मुंडा के नेतृत्व में रांची में रैली की गई थी। आदिवासी और मूलवासी के बीच मतभेद पैदा करने का प्रयास किया गया, जिसमें भाजपा कुछ अंश तक सफल रही है।
अब तो तब हद हो गया जब झारखंड के अग्रणी आंदोलनकारी नेता शिबू सोरेन के बड़े बेटे स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की पत्नी विधायक सीता सोरेन को राजनीतिक एवं पारिवारिक रूप से उनके घर से अलग कर दिया गया। इस कृत्य ने तो नारद मुनि और शकुनी मामा को भी मात दे दिया। सीता सोरेन को मेरी ओर से शुभकामना है, वह जहां भी रहें, अपने बाल बच्चों के साथ सुखी रहें।
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