नई दिल्ली: Tejas Mark 1A: रक्षा विमानन क्षेत्र में भारत का स्वर्ण युग गुरुवार को 4.5 पीढ़ी के तेजस एमके-1ए लड़ाकू विमान की पहली उड़ान के साथ शुरू हो गया है। पूरी तरह से स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट ने 1 बजकर 15 मिनट के आसपास बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के हवाई अड्डे से उड़ान भरी। भारत के नए एडवांस तेजस एमके-1ए ने आज पहली उड़ान के रूप में हवा में 18 मिनट बिताए और 1 बजकर 33 मिनट पर सुरक्षित वापस उतर गया।
इस स्वदेशी फाइटर एयरक्राफ्ट को बेंगलुरू में DRDO की लैब एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने डेवलप किया है। इसका निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड कर रही है।
Tejas Mark 1A: कितना पावरफुल है फाइटर एयरक्राफ्ट
भारतीय वायुसेना के लिए 46,898 करोड़ रुपये की लागत से 83 तेजस मार्क 1ए फाइटर एयरक्राफ्ट बनाए जाने हैं। इसके लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। एचएएल मार्च 2024 से फरवरी 2028 के बीच इनकी डिलीवरी करेगी।
वहीं, तेजस का नया वर्जन काफी एडवांस होने के साथ घातक भी है। नए वर्जन में डिजिटल फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर है। इसके कारण इससे जुड़ी कई चीजों को कम्प्यूटर कंट्रोल करता है। इससे पायलट के हाथों में विमान का कंट्रोल पहले से और भी बेहतर हो गया है।
इसमें स्मार्ट मल्टी-फंक्शन डिस्प्ले, एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे रडार, एडवांस्ड सेल्फ-प्रोटेक्शन जैमर और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट जैसे सिस्टम दिए गए हैं। वहीं, 2200 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलने वाले इस फाइटर एयरक्राफ्ट की लंबाई 43.4 फीट है।
Tejas Mark 1A: खतरों पर तुरंत अलर्ट करेगा एयरक्राफ्ट
तेजस के एडवांस वर्जन एलसीए मार्क 1ए में करीब 40 सुधार किए गए हैं, ताकि इसके मेंटेनेंस को आसान बनाया जा सके। एलसीए मार्क 1ए में मिड एयर रिफ्यूलिंग की क्षमता है। यानी हवा में भी इसे रिफ्यूल किया जा सकेगा। इस तरह सिंगल इंजन फाइटर जेट की रेंज को बढ़ाया जा सकेगा। इस फाइटर एयरक्राफ्ट में अपग्रेडेड रडार वॉर्निंग रिसीवर सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है, ताकि एयरक्राफ्ट के खतरों को जल्दी डिटेक्ट किया जा सके।
Tejas Mark 1A: 9 अलग तरह के रॉकेट-मिसाइलें लगाई जा सकती हैं
इस एयरक्राफ्ट में 9 हार्ड प्वाइंट्स लगे हैं, जिसमें अलग-अलग रॉकेट, मिसाइल और बम लगाए जा सकते हैं। ये दुश्मन के इलाकों को तबाह करने का काम करेंगे। ऊंचाई के लिहाज से भी यह काफी खास है। नया एलसीए मार्क 1ए अधिकतम 50 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंचकर तबाही मचा सकता है।