नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए Gourav Vallabh ने जयराम रमेश का नाम लिए बिना कहा, कांग्रेस का घोषणापत्र पिछले 30 वर्षों से उस व्यक्ति द्वारा तैयार किया जा रहा है, जिसने क्लास मॉनिटर का चुनाव भी नहीं लड़ा है। गौरव वल्लभ ने कहा कि जब मैं कॉलेज में था तो वह एक (जयराम रमेश) प्रवक्ता के तौर पर पार्टी का बचाव करते थे। आज भी वह पार्टी के संचार के प्रभारी हैं, उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पूर्व केंद्रीय मंत्रियों के पीए चला रहे हैं।
गौरव वल्लभ ने जयराम रमेश पर जमकर निशाना साधा है। गौरव वल्लभ ने जयराम रमेश का नाम लिए बिना कहा कि अगर घोषणापत्र में उनके विचारों में ताकत और योग्यता होती तो कांग्रेस लोकसभा में सिर्फ 52 सीटों पर नहीं सिमटती। गौरव वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस नेता की पार्टी के प्रति कोई विचारधारा या प्रतिबद्धता नहीं है, क्योंकि उन्हें केवल अपनी राज्यसभा सीट को बचाने की फिक्र है। बता दें कि जयराम रमेश कांग्रेस के महासचिव और संचार प्रभारी हैं।
30 सालों से एक ही व्यक्ति बना रहा घोषणापत्र
भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नए विचारों और नए लोगों पर रोक लगाती है। जब मैंने कांग्रेस ज्वाइन की थी, तब 42 सांसद थे। मैंने सोचा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में नए लोगों और नए विचारों को समझने की ताकत होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो को पिछले 30 सालों से एक ही आदमी बना रहा है। अगर उस आदमी के विचार में दम होता, तो आज कांग्रेस 42 या 52 सीटों पर नहीं सिमटती।
Gourav Vallabh का कांग्रेस नेतृत्व पर अटैक
गौरव वल्लभ ने आगे कहा कि जिन्होंने कभी क्लास के मॉनिटर का चुनाव नहीं लड़ा है, क्लास के मॉनिटर का चुनाव कैसे लड़ते हैं उन पीए को नहीं पता है। जो टिकट दे रहे कांग्रेस पार्टी की ओर से लोकसभा के, उनसे पूछो कि क्या उत्तर प्रदेश-बिहार अलग राज्य है, तो वो कन्फ्यूज हो जाएंगे। अगर आप उनसे बोलो कि जालोर-सिरोही कहां है, तो वो बोलेंगे कि मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में होगा। ये उनका ज्ञान है। ये कांग्रेस पार्टी चला रहे हैं।
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