उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात रनियां में फोम से गद्दे बनाने वाली फैक्ट्री में बड़ा हादसा हो गया है। फैक्ट्री में भीषण आग लग गई जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई और 6 अन्य घायल हो गए हैं। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग लगने से फैक्ट्री मलबे में तब्दील हो गयी है।
कैसे लगी आग?
जिस फैक्ट्री में आग लगी, वह खानपुर खड़ंजा में है। एसपी ने कहा कि शनिवार को आरपी पॉली प्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई, जिससे फैक्ट्री में गैस सिलेंडर फट गया और छत गिर गई।
पुलिस ने रविवार को कहा कि गद्दा फैक्ट्री में भीषण आग लगने से छह वर्कर्स की मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से झुलस गए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अग्निशमन पदाधिकारी (माटी) कृष्ण कुमार ने रनिया थाने में तीन निदेशकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की कानपुर में इलाज के दौरान और दो लोगों की लखनऊ में उपचार के दौरान मौत हो गई।
ईटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, एसपी कानपुर देहात, बीबीटीजीएस मूर्ति ने कहा, मलबे से अग्निशामकों ने तीन जले हुए शव बरामद किए। आग बुझाने और अंदर फंसे मजदूरों को बचाने के लिए फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर मौजूद थीं। फायर फाइटर्स फैक्ट्री में घुसने में कामयाब रहे और छह श्रमिकों को बचाया, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
तीन जले शव बरामद
तीन श्रमिकों के जले हुए शव बरामद किए, जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है, जबकि तीन अन्य की पहचान अमित (19), अजीत (16) और विशाल (20) के रूप में हुई है, जिनकी अस्पताल में मौत हो गई” एसपी ने कहा।
निदेशक और उनके बेटों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
जिला अधिकारी आलोक कुमार सिंह ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, “जिस समय आग लगी, उस समय रात की शिफ्ट में फैक्ट्री में 15 कर्मचारी मौजूद थे। आग की सूचना सुबह करीब 7.15 बजे मिली और दो दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया।” फायर अफसर कुमार ने फैक्ट्री की निदेशक रीना अग्रवाल और उनके दो बेटों शशांक गर्ग और शिशिर गर्ग के खिलाफ धारा 106 (1), 125 (बी) और 287 के तहत एफआईआर दर्ज कराई है।