’प्यार जो न करवाए’ ये लाइन सोनी राजदान के लव लाइफ पर बिल्कुल सटीक बैठती है। सोनी राजदान, एक नाम जो प्यार और जुनून का प्रतीक है। उन्होंने महेश भट्ट के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया, शादीशुदा होने की परवाह किए बिना। आज भी उनकी प्रेम कहानी मिसाल के तौर पर याद की जाती है।
25 अक्टूबर 1956 को यूके के बर्मिंघम में जन्मीं सोनी राजदान ने अपनी जिंदगी में प्यार को सबसे ऊपर रखा। उन्होंने महेश भट्ट के साथ अपने प्यार को जिया, समाज की परवाह किए बिना।
भारतीय मूल की अदाकारा की अनोखी कहानी
सोनी राजदान का जन्म यूके में हुआ, लेकिन उनकी जड़ें भारत में हैं। उनके पिता नरेंद्र नाथ राजदान कश्मीरी पंडित थे, जबकि मां गर्ट्रूड होल्जर ब्रिटिश-जर्मन मूल की थीं। मुंबई में बिताया गया उनका बचपन और फिल्मी करियर में उनकी अदाकारी ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई।
सोनी राजदान ने अपने करियर की शुरुआत अंग्रेजी फिल्म ’जॉन फॉव्लेस’ से की थी, जिसके बाद उन्होंने ’36 चौरंगी लेन’ से बॉलीवुड में कदम रखा। उनकी अन्य प्रमुख फिल्में हैं: आहिस्ता-आहिस्ता, मंडी, सारांश, खामोश। सोनी राजदान की कहानी एक अदाकारा की जुनून और मेहनत का प्रतीक है, जिसने भारतीय सिनेमा में अपनी छाप छोड़ी।
सेट से शुरू हुआ प्यार
महेश भट्ट और सोनी राजदान की प्रेम कहानी फिल्म सारांश के सेट पर शुरू हुई। महेश भट्ट उस समय शादीशुदा थे और दो बच्चों के पिता भी थे, लेकिन सोनी राजदान के प्यार में उन्होंने अपने परिवार की चिंता नहीं की। सोनी ने महेश भट्ट के सामने इस्लाम कबूल करने की शर्त रखी, जिसे उन्होंने मान लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महेश भट्ट ने सोनी राजदान से शादी करने के लिए इस्लाम कबूल किया था, लेकिन वह मुस्लिम रीति-रिवाजों का पालन नहीं करते थे।
हालांकि आज सोनी और महेश भट्ट एक खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। दोनों की दो बेटियां हैं आलिया भट्ट और शाहीन भट्ट। हाल ही में आलिया ने रणबीर कपूर से शादी की है जिसके बाद वो एक प्यारी सी बिटिया के नाना भी बन चुके हैं।
बच्चों को हुई नफरत
महेश भट्ट की पहली पत्नी लॉरेन ब्राइट के बच्चे, पूजा भट्ट और राहुल भट्ट, सोनी राजदान से नफरत करने लगे थे। पूजा भट्ट ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह सोनी को एक घटिया औरत मानते थे। उन्हें लगता था कि सोनी ने उनके पापा को छीन लिया है, जिसकी वजह से वह घर नहीं आते हैं।
पछतावे मे सोनी राजदान
दुख की बात ये है कि अपने प्यार को पाने के बाद भी सोनी राजदान के मन में पछतावा रहा। उन्हें काफी समय तक लगता रहा कि उन्होंने किसी का घर तोड़कर अपना परिवार बनाया। इस मामले में पूजा भट्ट ने ही उन्हें समझाया था। पूजा ने सोनी से साफ-साफ कहा था कि उन्होंने किसी का घर नहीं तोड़ा, क्योंकि उनके पापा महेश भट्ट और उनकी मां के बीच कुछ नहीं बचा था।
फिल्मों से नहीं था कोई नाता
सोनी, जो अपनी जर्मन मां और कश्मीरी पिता के यहां यूके में जन्मी और पली-बढ़ी, ने बुनियाद जैसे टीवी शो और राजी जैसी फिल्मों में काम किया है, जिसमें आलिया भी थीं। उनके संघर्षों के बारे में बात करते हुए, आलिया ने एक इंटरव्यू मे बताया, ’मेरी मां एक्टिंग बैकग्राउंड से नहीं आई थीं और उन्हें नहीं पता था कि वह कैसे सफल होंगी। उनका फिल्मों से कोई संबंध नहीं था और ऑडिशन के लिए थिएटर से फिल्म स्टूडियो और टेलीविजन स्टूडियो में जाती थीं। वह हिंदी भी ठीक से नहीं बोल पाती थीं, इसलिए उनके लिए यह मुश्किल था। वह कभी मेन लीड की हीरोइन नहीं बन पाईं। लेकिन उन्होंने बहुत मेहनत की। लोग कहते हैं कि आपको बस कड़ी मेहनत करने की जरूरत है और आप सफल हो जाएंगे, लेकिन यह सच नहीं है।’