रांची : झारखंड विधानसभा के प्रथम सत्र के अंतिम दिन, भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी ने सदन में महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा अंकगणित में भले ही पीछे रही, लेकिन वोट प्रतिशत में वह कहीं आगे रही है। उन्होंने बताया कि भाजपा को 37.37 प्रतिशत वोट मिले, जबकि कांग्रेस को केवल 15.56 प्रतिशत वोट ही हासिल हुए।
सत्ता पक्ष पर निशाना
बाबूलाल मरांडी ने सत्ता पक्ष पर हमला करते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं के नाम का डर अब भी सत्ता पक्ष में दिखाई दे रहा है। उन्होंने चाईबासा के गुदरी क्षेत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि लोग आजकल वहां जाने से डरते हैं। पुलिस की हालत को भी उन्होंने नकारात्मक तरीके से प्रस्तुत किया और कहा कि वहां जाकर हालात का जायजा लेना चाहिए।
डेमोग्राफी और बालू घाटों पर चिंता
बाबूलाल मरांडी ने राज्य की डेमोग्राफी में हो रहे बदलाव को चिंता की बात बताया, खासकर संताल परगना क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि यदि एनआरसी कराया जाए तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन कहां से आया है। इसके अलावा, राज्यपाल के अभिभाषण में बहाली की चर्चा की गई थी, लेकिन सीजीएल परिणाम को लेकर हो रहे विरोध का भी उन्होंने जिक्र किया और इसकी सीबीआई जांच की मांग की।
बालू घाटों का मुद्दा और निर्माण कार्यों में बाधाएं
भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि झारखंड की बुनियाद को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धान खरीद और मंईयां योजना पर चर्चा हो रही है, लेकिन रांची के डीसी ने सभी बीडीओ को पत्र जारी कर अयोग्य लोगों की पहचान कर उनसे पैसा वसूलने की बात कही है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बालू घाटों की नीलामी नहीं हो रही है, जिसके कारण गृह निर्माण के लिए बालू की उपलब्धता पर संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि बालू की नीलामी तक घरों के निर्माण के लिए बालू को फ्री किया जाए।