गोरखपुर : शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में नए साल 2025 की शुरुआत शीतलहर के दस्तक के साथ हुई। भोर तक कोहरे ने पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। बर्फीली हवाओं और गिरते पारे ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। नए साल पर ठंड बढ़ने से कई लोग बाहर घूमने का प्लान त्याग घरों में कैद रहने को मजबूर हो गए। 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही तेज हवाएं ठंड के असर को और बढ़ा रही हैं। बुधवार को अधिकतम तापमान 20°C और न्यूनतम तापमान 9°रहा।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आज से ठंड का प्रकोप और बढ़ेगा। देर से दस्तक देने के बावजूद इस बार ठंड के अधिक समय तक रहने की संभावना है। मौसम विभाग के विशेषज्ञ डॉ. कैलाश पांडे ने बताया कि“शीतलहर के चलते तापमान में गिरावट जारी रहेगी। आने वाले दिनों में ठंड का असर और बढ़ेगा। सुबह और रात के समय कोहरा बढ़ने की संभावना है, जिससे विजिबिलिटी पर भी असर पड़ेगा।”
घर में रहने को मजबूर हुए लोग
शीतलहर के कारण बाजारों और सड़कों पर भीड़ कम हो गई है। लोग ज्यादातर घरों में रहने को मजबूर हैं। सुबह-शाम की ठंड ने कामकाजी लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रेलवे और सड़क यातायात पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है।तेज ठंड को देखते हुए स्वास्थ विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। डॉक्टरों ने बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने को कहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ठंड से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
- हमेशा गर्म कपड़े, टोपी और मफलर पहनें।
- गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
- बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से बचाएं।
- शरीर को हाइड्रेटेड रखें और ठंडे पानी से बचें।
शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले कुछ दिनों तक शीतलहर का प्रकोप बना रहेगा। सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों को लोगों को ठंड से बचाने के उपाय करने की सलाह दी गई है। सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतें। मौसम के इस बदलाव को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी कदम उठाएं। ठंड का यह दौर लंबा चल सकता है, इसलिए खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के उपाय करें।ठंड के इस बढ़ते दौर ने न केवल मौसम को बल्कि लोगों की दिनचर्या को भी पूरी तरह से बदल दिया है। आने वाले दिनों में ठंड का असर और बढ़ने की संभावना के चलते सतर्क रहना बेहद जरूरी है।