लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अप्रैल से शराब की दुकानों की संख्या में कमी आने वाली है। राज्य सरकार ने नई आबकारी नीति के तहत पहली बार शराब की कंपोजिट दुकानों को खोलने का निर्णय लिया है। इससे प्रदेश में शराब की 3,171 दुकानें कम हो जाएंगी। कंपोजिट दुकानों में अब अंग्रेजी शराब, बीयर और वाइन एक साथ बेचे जाएंगे, जिससे दुकानों की संख्या घटाई जा रही है।
प्रदेश में अंग्रेजी शराब और बीयर की कुल 12,533 दुकानें
इस समय प्रदेश में अंग्रेजी शराब और बीयर की कुल 12,533 दुकानें हैं, जिनमें अंग्रेजी शराब की 6,563 और बीयर की 5,970 दुकानें हैं। नई नीति के तहत कंपोजिट दुकानों की संख्या को बढ़ाकर 9,362 कर दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप एक अप्रैल से प्रदेश में शराब की 3,171 दुकानों की संख्या कम हो जाएगी।
आबकारी आयुक्त आदर्श सिंह के अनुसार, कंपोजिट दुकानों में शराब, बीयर और वाइन की बिक्री एक साथ की जा सकेगी, और जरूरत पड़ने पर दुकानों की संख्या में तीन प्रतिशत तक बढ़ोतरी की जा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि शराब और भांग की दुकानों के लिए ई-लाटरी पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है, और अब तक 16,758 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जिससे सरकार को 84.95 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है।
अपनाई गई ई-लाटरी प्रणाली
नई आबकारी नीति 2025-26 के तहत शराब की दुकानों के लाइसेंस के नवीनीकरण की बजाय ई-लाटरी प्रणाली अपनाई गई है। इस नीति का उद्देश्य राजस्व में वृद्धि करना है, और सरकार ने 2025-26 में 60,000 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा है।
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