सेंट्रल डेस्क : अपनी बेटी के एक्सीडेंट के बाद उससे मिलने के लिए अमेरिका जाने के लिए तत्काल वीजा की मांग कर रहे परिजनों को आखिरकार वीजा के लिए अपॉइंटमेंट मिल गया है। बता दें कि 14 फरवरी को भारतीय छात्रा नीलम शिंदे को कैलिफोर्निया में एक कार ने टक्कर मार दी थी (Indian Student US Accident), जिसके बाद से ही वो कोमा में है।
इस घटना के बाद से ही पीड़िता का परिवार बीते कई दिनों से अमेरिका जाने के लिए केंद्र सरकार से तत्काल वीजा की अपील कर रहा था। इसके लिए उन्होंने मुंबई के वीजा कार्यालय के भी चक्कर लगाए, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।
अब भी कोमा में है छात्रा
नीलम के बड़े भाई तानाजी शिंदे ने बताया कि 1 मार्च को सुबह साढ़े नौ बजे बान्द्रा कुर्ला संकुल (BKC), मुंबई में उनका वीजा अपॉइंटमेंट है। आगे उन्होंने बताया कि नीलम अब भी कोमा में है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि फिलहाल वो खतरे से बाहर है। अगर वीजा बन जाता है तो मेरे पापा और मेरा भाई अमेरिका जाएंगे।
कैलिपोर्निया में हुए एक्सीडेंट में नीलम शिंदे के सीने में फ्रैक्चर और सिर में गंभीर चोटें आईं हैं। नीलम की हालत को देखते हुए अस्पताल ने परिवार को ईमेल भेजा और परिवार को जल्द से जल्द अमेरिका आने के लिए कहा। अस्पताल ने नीलम के परिजनों से उनके ब्रेन सर्जरी की परमिशन मांगी थी।
दो दिन बाद हादसे का पता चला
एक्सीडेंट के दो दिनों बाद हादसे की जानकारी नीलम के परिजनों को मिली, जो उनके रूममेट ने दी, जो महाराष्ट्र की ही रहने वाली है। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है। जानकारी के मुताबिक, भारत ने घायल भारतीय छात्रा नीलम शिंदे के परिवार के वीजा आवेदन पर औपचारिक रूप से अमेरिकी सरकार से भी संपर्क किया था।
बुधवार, 26 फरवरी को NCP (SP) नेता सुप्रिया सुले ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से नीलम के परिवार की मदद करने का अनुरोध किया था। सुप्रिया सुले ने एक्स पर लिखा कि छात्रा नीलम शिंदे की अमेरिका में दुर्घटना हुई है और वह स्थानीय अस्पताल में भर्ती हैं। उनके पिता तानाजी शिंदे, जो सतारा, महाराष्ट्र, भारत से हैं, को इमरजेंसी चिकित्सा स्थिति के कारण अपनी बेटी से मिलने के लिए अमेरिका यात्रा की आवश्यकता है। तानाजी शिंदे ने अमेरिका के लिए तुरंत वीजा आवेदन किया है और सहायता की आवश्यकता बताई है।
परिवार 16 फरवरी से वीजा की कर रहा था मांग
नीलम शिंदे का परिवार 16 फरवरी से वीजा के लिए प्रयास कर रहा है। नीलम शिंदे के परिवार को 16 फरवरी को इस दुर्घटना के बारे में पता चला, जो घटना के दो दिन बाद था। तब से वे वीजा प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। हमें 16 फरवरी को दुर्घटना के बारे में पता चला और तब से हम वीजा के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक वीजा नहीं मिला है, रिपोर्ट में नीलम के पिता तानाजी शिंदे ने बताया।
परिवार के अनुसार, उन्होंने अपनी बेटी से आखिरी बार 12 फरवरी को बात की थी। इस रोड एक्सीडेंट के दो दिन पहले, इसके बाद से वो कोमा में चली गईं।