जमुई/चकाई (बिहार): बिहार की राजनीति में उस समय हड़कंप मच गया जब पूर्व विधान पार्षद संजय प्रसाद ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें सरकारी जमीन हड़पने की साजिश में लिप्त बताया। चकाई डाक बंगला में आयोजित प्रेस वार्ता में संजय प्रसाद ने सरकारी दस्तावेज, खतियान और आरटीआई के आधार पर पूरे मामले का खुलासा किया।
सरकारी जमीन पर अवैध रजिस्ट्री का आरोप
पूर्व एमएलसी संजय प्रसाद के अनुसार, बामदह पंचायत के नावाडीह मौजा स्थित खाता संख्या 15, खसरा संख्या 1119 के अंतर्गत आने वाली एक एकड़ 12 डिसमिल जमीन, जो कि गैर मजरूआ खास श्रेणी में दर्ज है, को मंत्री की पत्नी सपना सिंह के नाम पर अवैध तरीके से रजिस्ट्री कराया गया है। उन्होंने कहा कि यह जमीन राजस्व रसीद कटने एवं खरीद-बिक्री की श्रेणी में नहीं आती और वर्ष 2019 से ही इस पर सभी तरह के लेन-देन प्रतिबंधित हैं।
RTI और खतियान से मिली पुष्टि
संजय प्रसाद ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने 12 दिसंबर 2022 को सूचना के अधिकार (RTI) के तहत चकाई अंचलाधिकारी से जानकारी मांगी थी। जवाब में अंचलाधिकारी ने भी स्वीकार किया कि यह जमीन गैर मजरूआ खास है। इसके अतिरिक्त जमुई अभिलेखागार से प्राप्त खतियान की सत्यापित प्रति में भी यह स्पष्ट रूप से दर्ज है।
पद का दुरुपयोग कर की गई दाखिल-खारिज की कार्रवाई: संजय प्रसाद
पूर्व विधान पार्षद ने आरोप लगाया कि मंत्री पद का दुरुपयोग करते हुए इस जमीन का पहले रजिस्ट्री और फिर दाखिल-खारिज सपना सिंह के नाम पर कराया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह मामला वर्तमान में जिलाधिकारी जमुई की अदालत में लंबित है। बावजूद इसके, एडीएम के आदेश पर अंचलाधिकारी ने दबाव में आकर दाखिल-खारिज और राजस्व रसीद की प्रक्रिया पूरी कर दी।
चकाई की कई सरकारी जमीनों पर मंत्री की ‘टेढ़ी नजर’: संजय प्रसाद
प्रेस वार्ता के दौरान संजय प्रसाद ने आरोप लगाया कि मंत्री बनने के बाद से चकाई की कई सरकारी जमीनों पर सुमित कुमार सिंह की नजर है। उन्होंने आगे कहा कि पूर्व में भी रामचंद्रडीह पंचायत स्थित गुड़ियाडीह गांव के पास 100 एकड़ बेनामी संपत्ति को किसी फर्जी नाम पर रजिस्ट्री कराया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले का भी दस्तावेज़ी खुलासा किया जाएगा।
स्थानीय रैयत लड़ रहे कानूनी लड़ाई
संजय प्रसाद ने कहा कि इस मामले में स्थानीय रैयत भी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं और यदि समय रहते न्याय नहीं मिला तो इस पूरे मामले को न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। प्रेस वार्ता के दौरान बिंदेश्वरी वर्मा, गोपाल सिंह समेत कई स्थानीय लोग मौजूद थे।