New Delhi: दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटीग्रेशन (DEVI) योजना के तहत प्रस्तावित इलेक्ट्रिक बस सेवा की शुरुआत को स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय पोप फ्रांसिस के निधन के उपरांत केंद्र सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रीय शोक के चलते लिया गया है। इस संबंध में मंगलवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जानकारी दी।
मुख्यमंत्री गुप्ता ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, “भारत सरकार द्वारा पोप फ्रांसिस के निधन पर घोषित राष्ट्रीय शोक के चलते DEVI योजना के तहत इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत स्थगित की जाती है। इसकी नई तारीख जल्द घोषित की जाएगी।”
पोप फ्रांसिस के निधन पर तीन दिन का राष्ट्रीय शोक
पोप फ्रांसिस, जो लगभग 1,300 वर्षों में पहले ग़ैर-यूरोपीय पोप थे, का सोमवार को निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। भारत सरकार ने इस दुखद घटना पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान किसी भी सार्वजनिक आयोजन को टालने या सीमित करने का निर्णय लिया गया है।
गाज़ीपुर डिपो से 76 इलेक्ट्रिक बसों की थी तैयारी
DEVI योजना के तहत दिल्ली सरकार की ओर से राजधानी के गाज़ीपुर डिपो से कुल 76 नई इलेक्ट्रिक बसों को लॉन्च किया जाना था। इस योजना का उद्देश्य दिल्ली मेट्रो स्टेशनों और दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की प्रमुख बस रूटों से बेहतर फीडर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना है। प्रत्येक इलेक्ट्रिक बस लगभग 12 किलोमीटर की तय रूट पर संचालित होगी, जिससे शहर के विभिन्न इलाकों में पर्यावरण अनुकूल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा।
मोहल्ला बस सेवा से DEVI योजना तक का सफर
इस योजना को पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के कार्यकाल में मोहल्ला बस सेवा के रूप में आरंभ किया गया था। हालांकि, सत्ता परिवर्तन के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार ने इसे नवब्रांडेड रूप में ‘DEVI योजना’ के तौर पर पुनः शुरू करने का निर्णय लिया।
DEVI योजना के तहत इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ग्रीन ट्रांसपोर्ट, दिल्ली इलेक्ट्रिक बस सेवा, और सस्टेनेबल अर्बन ट्रांसपोर्ट जैसे लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए योजना तैयार की गई है। अधिकारियों के अनुसार, यह सेवा राजधानी में सार्वजनिक परिवहन की पहुंच और सुविधा को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगी।
जल्द घोषित होगी नई लॉन्च की तारीख
सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि इलेक्ट्रिक बसों की नई लॉन्च डेट को लेकर विचार किया जा रहा है और जल्द ही नई तिथि की घोषणा की जाएगी। राष्ट्रीय शोक समाप्त होने के बाद इस दिशा में अगला कदम उठाया जाएगा।