नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक सनसनीखेज कार्रवाई में हिमांशु भाऊ गैंग के दो शार्पशूटरों को नरेला, दिल्ली से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान भूमित मलिक (21 वर्ष, मोखरा, रोहतक) और मोहित वशिष्ठ (24 वर्ष, मारोधी, रोहतक) के रूप में हुई है। ये दोनों जून 2025 में रोहतक के रितोली में हुई एक सनसनीखेज हत्या में शामिल थे। इस कार्रवाई में पुलिस ने दो हथियार, चार जिंदा कारतूस और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की है।
स्पेशल सेल/नॉर्दर्न रेंज की टीम, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर अनुज नौटियाल और इंस्पेक्टर चंदन कुमार ने किया, ने सहायक पुलिस आयुक्त राहुल कुमार सिंह के निर्देशन में यह ऑपरेशन चलाया। डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि 4 जुलाई 2025 को मिली सूचना के आधार पर नरेला में जाल बिछाया गया। 5 जुलाई की सुबह दो संदिग्ध मोटरसाइकिल पर सवार दिखाई दिए। पुलिस के रुकने के संकेत को नजरअंदाज कर उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें दोनों आरोपियों के पैरों में चोटें आईं। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जांच में पता चला कि 1 जून 2025 को रोहतक के रितोली में एक व्यक्ति की हत्या बाइक सवार हमलावरों ने की थी। इस मामले में शिवाजी कॉलोनी थाने में केस दर्ज हुआ था। हत्या के पीछे कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ का हाथ था, जो विदेश से अपने गैंग का संचालन करता है। हिमांशु ने इस हत्या का आदेश इसलिए दिया क्योंकि मृतक अनिल, उसके दुश्मन अंकित का रिश्तेदार था। अंकित ने मार्च 2022 में हिमांशु के चचेरे भाई रोहित उर्फ बजरंग और चाचा की हत्या की थी।
भूमित मलिक और मोहित वशिष्ठ दोनों का आपराधिक रिकॉर्ड लंबा है। भूमित ने 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी और खेती में पिता की मदद करने लगा, लेकिन बाद में वह बुरी संगत में पड़ गया। उसने हिमांशु भाऊ से संपर्क स्थापित कर कई अपराध किए, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट और चोरी जैसे मामले शामिल हैं। मोहित वशिष्ठ भी 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़ चुका है और चोरी, डकैती जैसे अपराधों में शामिल रहा। उसने भूमित के जरिए हिमांशु भाऊ से संपर्क बनाया।
हिमांशु भाऊ हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बिल्डरों, कार शोरूम मालिकों और फाइनेंसरों से उगाही और लक्षित हत्याओं में शामिल एक कुख्यात अपराधी है। वह रोहतक के रितोली गांव का निवासी है और वर्तमान में विदेश से अपने गैंग को संचालित कर रहा है।
डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि स्पेशल सेल लगातार उगाही और गैंगवार में शामिल गिरोहों पर नजर रख रही है। इस मामले में हरियाणा पुलिस को भी सूचित किया गया है। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि हत्या के बाद वे हिमाचल प्रदेश, जम्मू, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में छिपते रहे। पुलिस ने इस मामले में स्पेशल सेल थाने में प्रासंगिक धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है।