NEW DELHI: साउथर्न रेंज क्राइम ब्रांच ने एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एमटीएनएल, एयरटेल और अन्य टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं की भूमिगत कॉपर केबल्स की चोरी करने वाले पांच प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में लगभग 1400 किलोग्राम कॉपर वायर, एक ट्रक और एक जेसीबी मशीन बरामद की गई है। गिरोह के सदस्यों की पहचान समीर (गाजीपुर लोनी यूपी), अमित (लोनी, गाजियाबाद, यूपी, ट्रक ड्राइवर), आरिफ (नजफगढ़, दिल्ली), शकील (लोनी, गाजियाबाद, यूपी) और अमजद (लोनी, गाजियाबाद, यूपी) के रूप में हुई है। इनकी गिरफ्तारी से दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में दर्ज एक दर्जन से अधिक मामलों का खुलासा हुआ है।
विशेष टीम ने चलाया अभियान
डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि 28 जुलाई की सुबह, साउथर्न रेंज क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम ने अभियान चलाया। जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर विजय पाल दहिया और एसीपी गिरीश कौशिक ने किया। सीआर पार्क क्षेत्र में गश्त के दौरान संदिग्ध गतिविधियां देखीं। टीम ने कुछ व्यक्तियों को अवैध रूप से खुदाई करते हुए पकड़ा। पुलिस को देखते ही कई संदिग्ध भाग गए, लेकिन अमित और समीर को मौके पर धर दबोचा गया। दोनों ने खुद को एमटीएनएल कॉन्ट्रैक्टर बताकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पूछताछ में उन्होंने कॉपर केबल चोरी की बात कबूल की।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
एमटीएनएल के एक अधिकारी ने मौके पर पुष्टि की कि कोई अधिकृत कार्य नहीं हो रहा था। इसके बाद क्राइम ब्रांच थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। 2 अगस्त को तीन अन्य आरोपियों आरिफ (चोरी का सामान खरीदने वाला), शकील और अमजद को गिरफ्तार किया गया। आरिफ और शकील पहले भी इसी तरह की वारदातों में शामिल रहे हैं। इन्हें हरियाणा के भिवानी जिले से पकड़ा गया।
दो साल से सक्रिय था गिरोह
जांच में पता चला कि यह गिरोह पिछले दो साल से लोनी, गाजियाबाद को अपना अड्डा बनाकर कॉपर केबल चोरी में सक्रिय था। ये लोग सुबह के शुरुआती घंटों में ट्रक और जेसीबी जैसी भारी मशीनों का इस्तेमाल कर चोरी को अंजाम देते थे। पुलिस ने पिछले मामलों का विश्लेषण कर इस गिरोह के पैटर्न का पता लगाया। बाकी बचे सदस्यों की तलाश के लिए छापेमारी जारी है। इस कार्रवाई से टेलीकॉम सेवाओं को होने वाले नुकसान पर अंकुश लगेगा। डीसीपी ने बताया कि पुलिस अब अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी है ताकि इस संगठित अपराध को पूरी तरह खत्म किया जा सके।