

Palamu Central Jail : पलामू : झारखंड के पलामू जिले में स्थित पलामू सेंट्रल जेल (Palamu Central Jail) इन दिनों चर्चा में है। इसका कारण यह है कि इस जेल में क्षमता से अधिक कैदी हो गए हैं। इनकी संख्या बढ़ने से जेल प्रशासन ने यहां की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। इसका कारण यह है कि इस जेल में कई कुख्यात अपराधी और गैंगस्टर भी बंद हैं। जेल प्रशासन ने इस अव्यवस्था को देखते 200 कैदियों को हजारीबाग सेंट्रल जेल में स्थानांतरित करने का एक बड़ा फैसला लिया है। यह ट्रांसफर कई चरणों में और बेहद कड़ी सुरक्षा के बीच किया जाएगा।

Palamu Central Jail : जेल में बंद हैं कई कुख्यात अपराधी
पलामू सेंट्रल जेल में कई हाई-प्रोफाइल अपराधी और गैंगस्टर बंद हैं। इनमें नक्सल संगठन PLFI का सुप्रीमो दिनेश गोप, झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और डब्लू सिंह शामिल हैं। इन अपराधियों की मौजूदगी के कारण जेल की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बन गई है। इनके अलावा, कोयलांचल और जमशेदपुर के भी कई बड़े अपराधी इसी जेल में रखे गए हैं, जिससे जेल प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव है।

सुरक्षा को लेकर लिया गया फैसला
सूत्रों के अनुसार जेल प्रशासन ने बताया है कि पलामू सेंट्रल जेल की आधिकारिक क्षमता 760 कैदियों की है, जबकि वर्तमान में यहां 925 से अधिक कैदी बंद हैं। इस अतिरिक्त संख्या के कारण जेल में अव्यवस्था और सुरक्षा संबंधी चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।

Palamu Central Jail : जेल अधीक्षक का क्या कहना है
जेल अधीक्षक आशीष कुमार ने 200 कैदियों के ट्रांसफर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्थानांतरण के दौरान सुरक्षा में कोई चूक न हो।
सुरक्षा को लेकर पहले भी उठाए गए थे सवाल
पलामू सेंट्रल जेल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पहले भी कई बार सवाल उठ चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, जेल के महानिरीक्षक (IG) और पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) स्तर के अधिकारियों ने जिला उपायुक्त (DC) और पुलिस अधीक्षक (SP) को कई बार पत्र लिखकर जेल की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी। जेल की क्षमता से अधिक कैदियों की संख्या भी इन सुरक्षा चिंताओं का एक प्रमुख कारण है।
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