Ghatshila/Jamshedpur (Jharkhand) : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के भोमराडीह गांव में डायरिया का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को 16 वर्षीय किशोर जुनैल हेम्ब्रम, पुत्र तारापद हेम्ब्रम की मौत हो गई। इस घटना से पूरे गांव में भय और दहशत का माहौल है।

जिप सदस्य देवयानी मुर्मू ने लिया हालात का जायजा
ग्रामीणों की सूचना पर जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू भोमराडीह पहुंचीं और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की और समस्याओं की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 20 दिनों से डायरिया का प्रकोप गांव में फैला हुआ है। कई मरीजों का इलाज घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में चल रहा है, जबकि कुछ को इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के बांदवान और पुरुलिया ले जाया गया है।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर उठे सवाल
गांव में मौजूद आयुष्मान आरोग्य मंदिर को लेकर भी ग्रामीणों ने नाराजगी जताई। उनका कहना है कि यहां पदस्थापित एएनएम का व्यवहार मरीजों के प्रति उचित नहीं है और किसी को यह जानकारी नहीं कि यहां चिकित्सक कब बैठते हैं। जिप सदस्य ने दोपहर करीब 12 बजे जब भोमराडीह अस्पताल का दौरा किया तो वहां ताला लटका मिला। उस समय कई मरीज जैसे सुबोध मुर्मू (सिदाडांगा), पीतम सिंह (झाटीझरना) और पुगी मुर्मू (भोमराडीह) इलाज के लिए पहुंचे हुए थे।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल
देव्यानी मुर्मू ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी और ग्रामीण गरीबों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था बंगाल के भरोसे चल रही है और झाटीझरना पंचायत के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस मामले को लेकर जल्द ही उपायुक्त से मुलाकात की जाएगी।
Read Also- Chaibasa Snakebite News : चाईबासा में नक्सल अभियान के दौरान जवान की सर्पदंश से हो गई मौत