Giridih (Jharkhand) : झारखंड के गिरिडीह जिले में आदिवासी समाज के अधिकारों और न्याय की मांग को लेकर मंगलवार दोपहर बाद आदिवासी आक्रोश महारैली का आयोजन किया गया। यह महारैली सरिया में निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और जोरदार प्रदर्शन किया।
महारैली के दो मुख्य उद्देश्य
कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने की मांग का कड़ा विरोध करना। पिछले दिनों सरिया के पुरनीडीह पंचायत अंतर्गत डकोईया में नाबालिग आदिवासी छात्रा के साथ दुष्कर्म और हत्या करने के आरोपित को फाँसी देने की मांग करना।
‘हक छीनने की कोशिश न करें’: लगे जोरदार नारे
यह विशाल रैली सरिया हाईस्कूल के मैदान से शुरू हुई और झंडा चौक होते हुए अनुमंडल मुख्यालय पहुँची। प्रदर्शनकारी जोरदार नारे लगा रहे थे, जिनमें मुख्य थे: “नाबालिग छात्रा के दुष्कर्मी-हत्यारे को फाँसी दो” और “कुड़मी समाज आदिवासियों के हक छीनने की कोशिश न करें।” प्रदर्शन में शामिल लोगों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर तत्काल ध्यान नहीं दिया गया, तो उनका यह आक्रोश और भी बढ़ेगा।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए घटनास्थल और रैली मार्ग पर पुलिस की कड़ी तैनाती की गई थी। खबर लिखे जाने तक, रैली अनुमंडल मुख्यालय पर सभा के रूप में परिवर्तित हो चुकी थी, जहाँ आगे की रणनीति पर चर्चा की जा रही थी।