Dhanbad (Jharkhand): झारखंड के धनबाद जिले में साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी और महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बैंकमोड़ थाना क्षेत्र स्थित द होटल कैसल में छापेमारी कर नौ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के निर्देश पर की गई।
एसएसपी प्रभात कुमार ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक (नगर) के नेतृत्व में गठित टीम ने सोमवार को होटल के एक कमरे में छापा मारा, जहां नौ युवक संदिग्ध अवस्था में लैपटॉप और मोबाइल के साथ पकड़े गए। पुलिस ने मौके से ₹5,80,700 नकद, 17 मोबाइल फोन, विभिन्न बैंकों के 23 ATM कार्ड, एक एप्पल आईपैड और एक डेल लैपटॉप सहित भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है।
ओटीपी चुराने वाली एपीके फाइल और हवाला नेटवर्क का उपयोग
जांच में साइबर ठगी के हाई-टेक तरीके का खुलासा हुआ है। गिरफ्तार ठग फर्जी बैंक खातों और विशेष एपीके फाइल (APK file) का उपयोग करते थे। ये विशेष ऐप बैंक ट्रांजैक्शन से जुड़े ओटीपी (OTP) को ऑटो-फॉरवर्ड कर देती थीं, जिससे अपराधी बिना किसी बाधा के ठगी की रकम पर नियंत्रण कर लेते थे।
सबसे चौंकाने वाला और गंभीर खुलासा यह हुआ कि ठगी से प्राप्त रकम को सीधे ठिकाने लगाने के बजाय, उसे USDT क्रिप्टो करेंसी में बदला जाता था और फिर हवाला नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न ठिकानों पर भेजा जाता था। हवाला के जरिए यह पैसा अलग-अलग डमी खातों में ट्रांसफर कर, स्थानीय एजेंटों की मदद से नकद के रूप में निकाला जाता था।
आरोपी धनबाद, बोकारो और पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार
पुलिस अब इस अंतरराज्यीय हवाला नेटवर्क के ठिकानों और एजेंटों की पहचान करने में जुट गई है। बरामद मोबाइल और लैपटॉप की जांच में ऐसे कई बैंक खातों और ATM कार्डों के फोटो मिले हैं, जिन पर पहले से ही NCRP और JMIS पोर्टल पर साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज हैं।
गिरफ्तार आरोपितों में धनबाद, बोकारो और पश्चिम बंगाल के निवासी शामिल हैं, जिनमें कुमार विशाल सिंह, अर्नव कुमार रॉय, सुमित कुमार, रिजवान खान, राहुल कुमार रॉय, विशाल कुमार, मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद मोबस्सिर आलम और राजकुमार सिंह प्रमुख हैं। पुलिस का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जाँच से हवाला नेटवर्क और ठगी की पूरी श्रृंखला का खुलासा किया जाएगा।