Sujit Sinha Transfer News : रांची : अमन साहू के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कोयलांचल में धौंस जामने के लिए कई अपराधी लाइन लगाए हुए हैं। इनमें एक नाम सुजीत सिन्हा का भी है। झारखंड का कुख्यात सुजीत सिन्हा पलामू सेंट्रल जेल में बंद है। सुजीत सिन्हा पलामू के रेड़मा का रहने वाला है। अपने ही जिले का कुख्यात आज वहीं की जेल में कैद है, जहां कभी उसके खौफ की कहानियां सुनाई देती थीं।
होमटाउन की जेल में रहने से उसे किसी भी तरह की सुविधा की कोई दिक्कत नहीं होती है। इस कारण जेल में गैंगवार का भी खतरा बढ़ा हुआ है। जेल सुपरिंटेंडेंट भागीरथी कारजी के अनुसार, सुजीत को पलामू जेल से दूसरे जेल में शिफ्ट कराने के लिए पत्र लिखा गया है। पत्र में उन्होंने बताया है कि पलामू जेल में स्थानीय अपराधी भी बंद हैं। ऐसे में सुजीत सिन्हा का पलामू जेल में रहना खतरनाक हो सकता है। जेल सुपरिंटेंडेंट ने गैंगवार की आशंका भी जाहिर की है। फोटोन संवाददाता से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट कहा है कि होमटाउन के जेल में रहने के कारण गैंगवार की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। चूंकि, सुजीत सिन्हा के इस जिले में कई विरोधी हैं। जेल सुपरिंटेंडेंट के पत्र लिखने के बावजूद सुजीत सिन्हा को अब तक पलामू सेंट्रल जेल में ही रखा गया है।
Jharkhand Gangster Sujit : जेल से भी कॉरपोरेट स्टाइल में चला रहा गैंग
देखा जा रहा है कि जेल में बंद रहने के बावजूद सुजीत सिन्हा का सोशल मीडिया अकाउंट लगातार एक्टिव है। उसके फेसबुक आईडी को देखने से साफ पता चलता है कि अपराध का नेटवर्क भी इसी से ऑपरेट किया जा रहा है। पुलिस रिकॉर्ड में इसका नाम हत्या, वसूली, रंगदारी और हथियारों की तस्करी जैसे संगीन मामलों से जुड़ा है। सुजीत सिन्हा पर राज्यभर में दर्जनों केस दर्ज हैं और अपराध की दुनिया में उसका नेटवर्क अब भी सक्रिय है। वह जेल से भी कॉरपोरेट स्टाइल में गैंग चला रहा है।
Sujit Sinha Facebook Active : सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना जांच का विषय
जेल में बंद रहने के बावजूद सुजीत सिन्हा का सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना जांच का विषय है। बताया जाता है कि सुजीत जिस भी जिले के जेल में रहता है, उसका सोशल मीडिया अकाउंट हमेशा एक्टिव रहता है। जेल मेंं छापेमारी के बाद भी पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगता है।
: गैंग के कई सदस्य भी इसी जेल में
बता दें कि सुजीत सिन्हा के गैंग के कई सदस्य भी पलामू सेंट्रल जेल में ही बंद हैं। पलामू सेंट्रल जेल में पहले से कई कुख्यात अपराधी और नक्सली बंद हैं। पीएलएफआई का सुप्रीमो दिनेश गोप भी इसी जेल में है। पलामू जेल में सुजीत के कई विरोधी अपराधी भी हैं। इससे जेल के अंदर गैंगवार की आशंका बढ़ गई है।
Sujit Sinha NIA Investigation : एनआईए की भी चल रही जांच
सुजीत सिन्हा के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की भी जांच चल रही है। सुजीत ने पलामू से ही अपराध की दुनिया में कदम रखा था। उस पर रांची, हजारीबाग, लातेहार, चतरा, रामगढ़ और पलामू समेत कई इलाकों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के आरोप हैं। पलामू जिले में उसपर दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
सुजीत सिन्हा पर पलामू में रेलवे के फ्रेट कॉरिडोर निर्माण स्थल और नेशनल हाई-वे कंस्ट्रक्शन साइट पर हमला करने का आरोप है। बताया जाता है कि जेल के भीतर से भी वह अपने गुर्गों को आदेश देता था और कई अपराधों की साजिश भी जेल से रची गई थी। पिछले एक वर्ष में पलामू पुलिस ने सुजीत सिन्हा गिरोह से जुड़े एक दर्जन से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह से जुड़ने के आरोप में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ से भी शूटर गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
Superintendent Palamu Central Jail : वर्जन
सुजीत सिन्हा का सोशल मीडिया एक्टिव रहने की सूचना है। वह जिस भी जिले की जेल में रहता है, उसका सोशल मीडिया हमेशा एक्टिव रहता है। सूचना पर प्रशासन ने छापेमारी भी की थी, लेकिन कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। सुजीत सिन्हा का होमटाउन की जेल में रहने से गैंगवार की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। दूसरी जेल में शिफ्ट करने के लिए मैंने उच्च अधिकारियों के पास रिपोर्ट फाइल की है। सुजीत सिन्हा के पलामू जेल में आते ही मैंने उसे दूसरी जेल में शिफ्ट करने के लिए पत्र लिखा था। प्रबल संभावना है कि जल्द उसे दूसरी जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
-भागीरथी कारजी, सुपरिंटेंडेंट, पलामू सेंट्रल जेल