RANCHI : झारखंड की राजधानी रांची में रेलवे सुरक्षा बल, नन्हे फरिश्ते संस्था और एआई-बी रांची की संयुक्त कार्रवाई में रांची रेलवे स्टेशन पर एक बड़े मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया गया। ऑपरेशन आहट के तहत की गई इस कार्रवाई में तीन नाबालिग लड़कों को रेस्क्यू कर एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया।
पूर्व में मिली सूचना के आधार पर टीम ने प्लेटफॉर्म 1A पर निगरानी शुरू की। रविवार की शाम 6.34 बजे लोहरदगा-रांची मेमू पैसेंजर 68040 से उतरते समय एक संदिग्ध व्यक्ति तीन डरे-सहमे किशोरों के साथ दिखा। पूछताछ में संदिग्ध संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया, जिसके बाद चारों को हिरासत में लेकर आरपीएफ पोस्ट ले जाया गया।
ईंट भट्ठा में काम दिलाने ले जा रहा था अगरतला
रेस्क्यू किए गए नाबालिग गुमला जिले के बिशुनपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। किशोरों ने बताया कि एक आयुष असुर नामक व्यक्ति उन्हें ईंट भट्ठे में काम दिलाने के नाम पर अगरतला ले जाने की योजना बना रहा था। आयुष ने उन्हें जगतपाल उरांव नामक दूसरे व्यक्ति के हवाले कर दिया, जिसके साथ तीनों रांची पहुंचे। गिरफ्तार आरोपी जगतपाल उरांव गुमला का रहने वाला है। पूछताछ में उसने कबूल किया कि एक व्यक्ति आदित्य प्रसाद ने उसे इन बच्चों को देवघर जाने वाली ट्रेन में बैठाने के बदले 5000 देने का वादा किया था। आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि वह पहले भी कई बार ऐसी गतिविधियों में शामिल रहा है।