चाईबासा : झारखंड में एशिया के सबसे घने जंगल सारंडा में नक्सलियों की गतिविधि एक बार फिर दिखने लगी है। इसी कड़ी में पश्चिमी सिंहभूम जिले के सीमावर्ती इलाकों में भाकपा-माओवादी नक्सलियों ने 13 अक्टूबर 2025 की रात मध्यरात्रि को छोटानागरा थाना क्षेत्र के बहदा गांव में एयरटेल कंपनी के मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया।

ग्रामीणों के अनुसार, करीब दर्जनभर हथियारबंद नक्सली देर रात अचानक गांव पहुंचे और ग्रामीणों को घरों में बंद रहने की चेतावनी दी। इसके बाद उन्होंने टावर पर लगे पैनल और बैटरी उपकरणों में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। कुछ ही मिनटों में टावर धधक उठा और पूरे इलाके में लपटें दिखने लगीं।आग लगने के बाद टावर के उपकरणों के जलने और फटने से रह-रहकर तेज आवाजें आती रहीं। ग्रामीणों ने बताया कि रात करीब एक बजे तक पूरे क्षेत्र में धमाकों जैसी आवाजें सुनाई दे रही थीं। टावर के चारों ओर धुआं फैल गया और बिजली की तारें जलकर टूट गईं।
इस वारदात के बाद ग्रामीण पूरी रात भय के साए में रहे और किसी ने अपने घरों से बाहर झांकने की हिम्मत तक नहीं की। ग्रामीणों का कहना है कि नक्सलियों की इस कार्रवाई से उनका ही नुकसान हो रहा है। नक्सलियों ने इस हमले को ऑपरेशन ‘कगार’ के विरोध में बताया है। इधर पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
नक्सलियों ने पोस्टरों के जरिए दी पुलिस को धमकी
घटनास्थल पर नक्सलियों ने कई पोस्टर और पर्चे भी छोड़े हैं, जिनमें उन्होंने अपने मारे गए साथियों का बदला लेने की चेतावनी दी है। पोस्टर में ऑपरेशन कगार के विरोध में 8 से 14 अक्टूबर तक प्रतिशोध सप्ताह और 15 अक्टूबर को झारखंड, बिहार, उत्तरी छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और असम में कांड करने की धमकी दी है।
पोस्टर में साफ लिखा गया है कि पुलिस हमारे साथियों का खून बहा रही है, अब बदला उसी अंदाज में लिया जाएगा।
नक्सलियों के हमले से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ी
पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सलियों के हमले से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। नक्सलियों ने एयरटेल के मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया, जिससे उस क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि टावर के जल जाने से मोबाइल से बात नहीं हो पा रही है, बच्चों की ऑनलाइन क्लास बंद है, बैंक का काम ठप है और यूपीआई से लेन-देन रुक गया है।
ग्रामीणों ने नक्सलियों से अपील की है कि वे पुलिस के खिलाफ लड़ाई को जनता पर न थोपें। स्थानीय लोगों का कहना है कि टावर जलाने से उन्हें ही परेशानी होती है, पुलिस को नहीं। ग्रामीणों ने बताया कि नक्सलियों की इस कार्रवाई से उनका दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द टावर की मरम्मत कराई जाए और नेटवर्क बहाल किया जाए। फिलहाल, ग्रामीण परेशान हैं और नक्सलियों की इस कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
Read Also: Chaibasa News : नदी में किशोर डूबा, परिजनों ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप