चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के मनोहरपुर प्रखंड के छोटानागरा अंतर्गत हतनाबुरू गांव में बुधवार को मलेरिया से एक 7 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। परिवारवालों ने पहले बच्चे को किसी स्थानीय चिकित्सक को दिखाया। बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार न होता देख परिजन मनोहरपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे तभी रास्ते में बच्चे ने दम तोड़ दिया।

झोला छाप चिकित्सक से कराया था इलाज
मिली जानकारी के मुताबिक, हतनाबुरू गांव निवासी गोविंद तांती के पुत्र अंकित तांती की तबीयत पिछले 5 दिनों से खराब थी। पिता की गैर मौजूदगी में परिजनों ने अंकित को छोटानागरा के एक झोला छाप चिकित्सक को दिखाया। चिकित्सक ने जांच कराकर अंकित को मलेरिया बताते हुए उसे मलेरिया इंजेक्शन के डोज भी दिए गए।
दवा के बाद शरीर में आने लगी अकड़न
चिकित्सक द्वारा दी गई दवा के बाद से अंकित की तबियत और खराब हो गई, उसको लूज मोशन शुरू हो ग और उसके शरीर में अकड़न आने लगी।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई मौत
बच्चे की बिगड़ती तबीयत को देखकर परिजन मनोहरपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
बच्चे को मलेरिया था या नहीं, इसकी जांच नहीं हुई
बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, मनोहरपुर डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि बच्चा जब अस्पताल पहुंचा तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी। अब बच्चे को मलेरिया था या नहीं, इसकी जांच नहीं हुई है, न ही परिजनों ने उसकी कोई रिपोर्ट दिखाई।