जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। इसके माध्यम से वे कई खुलासा कर चुके हैं। अब रांची रिम्स को लेकर
फेसबुक पेज पर सवाल पूछा है। सरयू राय ने लिखा है कि रांची में रिम्स की स्थापना एम्स के स्थान पर हुई थी। इसके नियम दिल्ली एम्स की तर्ज पर बने। उन्होंने यह भी लिखा है कि रिम्स एम्स तो नहीं बन पाया पर बदहाली और अनियमितता में सदर अस्पताल को मात देने में लगा है। देश के दो नामी चिकित्सक रिम्स के निदेशक चुने गए। दोनों को समय पूर्व रिम्स छोड़ना पड़ा। क्यों? इसपर लोगों ने प्रतिक्रिया भी दी है। मंजू सिंह ने लिखा है मुट्ठी भर स्वाभिमानी लोग रह गए हैं,
जिनके बदौलत दुनिया चल रही है।
वहीं, संजय मेहता ने कमेंट किया है कि सवाल जायज है। समाधान का सुझाव भी दीजिए सर। वहीं, गोविंद भारद्वाज ने लिखा है कि झारखंड का दुर्भाग्य है कि इस राज्य को बने 23 साल होने जा रहा है। मगर एक भी बड़ा अस्पताल नहीं बना। यहां के लोगों को इलाज कराने के लिए हमेशा बाहर जाना पड़ता है। इसी तरह राजेश सिंह ने लिखा है अंधेर नगरी चौपट राजा। इस तरह से तमाम लोग एक से बढ़कर एक जवाब दिया है। मालूम हो कि एक दिन पूर्व सरयू राय ने रिम्स के नए निदेशक को बधाई देते हुए लिखा था कि उम्मीद है कि वे रिम्स के वरीयतम प्राध्यापक होंगे। तभी स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उन्हें निदेशक बनाया होगा। नियमानुसार रिम्स के वरीयतम प्राध्यापक को ही छह माह के लिए तदर्थ निदेशक नियुक्त किया जाता है।