ओड़िशा। ओड़िशा में एक टैटू आर्टिस्ट के टैटू ने विवाद खड़ा कर दिया है। दरअसल टैटू आर्टिस्ट ने एक विदेशी महिला की जांघ पर भगवान श्री जगन्नाथ का टैटू बना दिया, इसके बाद विवाद उठने पर टैटू कलाकार और पार्लर के मालिक को गिरफ्तार किया गया। यह टैटू की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिससे राज्य में आक्रोश फैल गया।
साहिद नगर पुलिस थाने में जगन्नाथ भक्तों की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 299 (जानबूझकर और दुष्ट कार्य, जो किसी धर्म का अपमान करके धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से किए गए हों) के तहत शिकायत दर्ज की गई। आरोपी की पहचान रॉकी रंजन बिसोई और टैटू कलाकार अश्विनी कुमार प्रधान के रूप में हुई है।
हिंदू संगठनों और भक्तों ने किया विरोध प्रदर्शन
जांच के दौरान, रॉकी ने स्वीकार किया कि उसकी एक कलाकार, जिसे अश्विनी कुमार प्रधान के रूप में पहचाना गया, ने महिला के अनुरोध पर उसकी जांघ पर यह टैटू बनाया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह टैटू भुवनेश्वर के एक पार्लर में बनवाया गया था और इसके बाद यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद हिंदू संगठनों और जगन्नाथ भक्तों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि महिला एक गैर-सरकारी संगठन के लिए काम करती है और इटली की नागरिक है, हालांकि वे इसके विवरण की जांच कर रहे हैं।
विदेशी महिला ने मांगी माफी
इस विवाद के बाद, महिला और टैटू पार्लर के मालिक ने सोशल मीडिया पर माफी मांगी। एक वीडियो संदेश में, महिला ने हाथ जोड़कर कहा, “मैं अपमानजनक नहीं बनाना चाहती थी। मैं श्री जगन्नाथ की सच्ची भक्त हूं। मैं हर दिन मंदिर जाती हूं। मैंने गलती की और इसके लिए मैं बहुत माफी मांगती हूं। मैंने बस कलाकार से कहा था कि यह टैटू एक छुपे हुए स्थान पर बनाए। मैं किसी प्रकार की स्थिति उत्पन्न नहीं करना चाहती थी। मैं इसके लिए बहुत माफी मांगती हूं। जैसे ही टैटू ठीक होगा, मैं इसे हटवा लूंगी। मेरी गलती के लिए मुझे माफ करें।”