रांची : झारखंड के ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता (वीएलडब्ल्यू) अब 90 प्रतिशत कार्य कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के अंतर्गत करेंगे। यह घोषणा कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने रांची के लालगुटुवा में आयोजित राज्य स्तरीय जन सेवक समागम के दौरान की। उन्होंने कहा कि वीएलडब्ल्यू की नियुक्ति भले ही कृषि विभाग ने की है, लेकिन अभी तक वे पंचायती राज समेत अन्य विभागों में कार्य कर रहे थे। अब यह स्थिति बदलेगी और वीएलडब्ल्यू की भूमिका मुख्यतः कृषि विभाग से जुड़ी रहेगी। उन्होंने बताया कि विभागीय समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि राज्य भर के वीएलडब्ल्यू का 90 प्रतिशत कार्य कृषि विभाग से संबंधित होगा। कार्यक्रम में जन सेवक संघ के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार, प्रांतीय महामंत्री लोकेश कुमार, कोषाध्यक्ष लव कुमार पासवान समेत कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
दो बार होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम
इस अवसर पर मंत्री ने यह भी कहा कि वीएलडब्ल्यू का नाम ‘जन सेवक’ से बदलकर कृषि से जोड़ने का निर्देश दिया गया है ताकि उनकी पहचान विभागीय भूमिका से स्पष्ट हो सके। विभागीय योजनाओं की जानकारी के लिए वर्ष में दो बार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शिल्पी नेहा तिर्की ने यह भी कहा कि वीएलडब्ल्यू की पदोन्नति समेत अन्य मांगों पर विभाग गंभीरता से विचार करेगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब वीएलडब्ल्यू सीधे विभागीय योजनाओं से जुड़ेंगे, तो योजनाओं के क्रियान्वयन की गति और प्रभावशीलता दोनों में सुधार होगा।
बर्दाश्त नहीं होगी लापरवाही
मंत्री ने यह भी बताया कि पंचायती राज विभाग से वीएलडब्ल्यू की स्थापना वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिससे कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी। उन्होंने जन सेवकों को आगाह करते हुए कहा कि आने वाले समय में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी को अपने काम के बल पर पहचान बनानी होगी।
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