सरायकेला (झारखंड): पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान सांसद अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) ने रविवार को टाटा-कांड्रा-सरायकेला-चाईबासा टोल रोड की बदहाल स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने चाईबासा टोल प्लाजा का निरीक्षण कर टोल प्रबंधन से सीधे सवाल किया कि जब सड़क की हालत इतनी खराब है तो जनता से टोल शुल्क क्यों वसूला जा रहा है?
Arjun Munda : टोल मैनेजर ने जेआरडीसीएल को ठहराया दोषी
निरीक्षण के दौरान टोल प्रबंधक ने बताया कि झारखंड रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (JRDCL) को कई बार लिखित अनुरोध भेजे गए हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सड़क की केवल दिखावटी मरम्मत की जाती है, जिससे बारिश में हालत और खराब हो जाती है।
68 किलोमीटर में हजारों गड्ढे, जनता परेशान
अर्जुन मुंडा ने जेआरडीसीएल को भेजे गए सभी पत्रों की प्रतियां मांगी और कहा कि टोल वसूली तब तक अनुचित है जब तक सड़क की स्थिति में सुधार नहीं होता। लगभग 68 किलोमीटर लंबे इस मार्ग में हजारों गड्ढे हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। यह मार्ग कोल्हान की लाइफलाइन माना जाता है, जहां रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं।
Arjun Munda : न्यायालय के निर्देश भी हो रहे हैं अनदेखा
यह उल्लेखनीय है कि सरायकेला उपायुक्त ने पहले ही JRDCL को मरम्मत के निर्देश दिए थे और सामाजिक संस्था जनकल्याण मोर्चा ने जनहित याचिका भी दायर की है। इसके बावजूद, JRDCL की निष्क्रियता जारी है। अर्जुन मुंडा के हस्तक्षेप से अब उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य सरकार और संबंधित विभाग त्वरित कार्रवाई करेंगे और जनता को जल्द सुव्यवस्थित सड़क सुविधा मिलेगी।