पटना : बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सरगर्मियां बढ़ गई हैं। इसी क्रम में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की 9 सदस्यीय टीम बिहार दौरे पर पहुंची है। यह टीम राज्य के चार प्रमुख जिलों पटना, बेगूसराय, मोतिहारी और पूर्णिया में चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर रही है।
पटना, मोतिहारी, बेगूसराय और पूर्णिया में अधिकारियों के साथ बैठक
चुनाव आयोग की यह टीम संबंधित प्रमंडलों के जिलाधिकारी (DM), प्रमंडलीय आयुक्त और वरिष्ठ चुनाव पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही है। टीम का नेतृत्व वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग कर रहे हैं। बैठक का मुख्य उद्देश्य चुनाव प्रशिक्षण, मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण और चुनाव संबंधी दिशा-निर्देशों की समीक्षा है।
प्रशिक्षण और पुनरीक्षण पर विशेष जोर
बैठकों में अधिकारियों को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 को समय पर पूरा करने और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को चरणबद्ध तरीके से संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं। 1 सितंबर 2025 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होना है, इससे पहले सभी जिलों को नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पूरी करनी है।
राजनीतिक दलों को मिला चुनाव चिन्ह
हाल ही में ECI ने आठ राजनीतिक दलों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए हैं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा को गैस सिलेंडर, जन सुराज को स्कूल बैग, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को नाविक व पाल सहित नाव चुनाव चिन्ह दिया गया है। इस कदम से साफ संकेत है कि चुनाव आयोग राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर अंतिम तैयारियों में जुट गया है।
कब होंगे बिहार विधानसभा चुनाव?
हालांकि अभी तक आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन निर्वाचन आयोग की सक्रियता से यह संकेत मिल रहा है कि अक्टूबर और नवंबर 2025 के बीच चुनाव कराए जा सकते हैं। चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों के बावजूद, पुनरीक्षण प्रक्रिया पारदर्शी और नियमबद्ध ढंग से की जा रही है।