रांची : झारखंड हाईकोर्ट में बुधवार को एक मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस समेत अन्य न्यायाधीशों और वकीलों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई। इस विशेष अवसर पर झारखंड हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारी, न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
चीफ जस्टिस ने किया कैंप का उद्घाटन
ब्लड डोनेशन कैंप का शुभारंभ झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने किया। इस दौरान उन्होंने रक्तदान के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “रक्तदान एक ऐसा कदम है, जिससे किसी की जान बचाई जा सकती है। यह मानवता की सबसे बड़ी सेवा है, और सभी स्वस्थ व्यक्तियों को इसमें योगदान देना चाहिए।”
वकीलों और कर्मचारियों की भागीदारी
इस शिविर में हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के महासचिव नवीन कुमार समेत कई वकीलों और कर्मचारियों ने रक्तदान किया। शिविर में बड़ी संख्या में न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं ने भाग लिया, जिससे यह आयोजन सफल और प्रेरणादायक बन गया।
थैलेसीमिया मरीजों के लिए रक्तदान
इस कैंप में एकत्रित रक्त को थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों को प्रदान किया जाएगा। यह पहल न केवल समाज के प्रति हाईकोर्ट के सदस्यों की जिम्मेदारी को दर्शाती है, बल्कि जरूरतमंद मरीजों के जीवन में भी उम्मीद की किरण जगाती है।
रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास
झारखंड हाईकोर्ट में इस तरह के आयोजन का उद्देश्य रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना और लोगों को इसके लिए प्रेरित करना है। कैंप में उपस्थित वकीलों और न्यायिक अधिकारियों ने रक्तदान को एक मानवीय कर्तव्य बताया और दूसरों को भी इस दिशा में आगे आने की अपील की।
स्वास्थ्य और समाज सेवा का संगम
इस आयोजन ने झारखंड हाईकोर्ट को न केवल न्याय का प्रतीक, बल्कि समाज सेवा का एक आदर्श उदाहरण भी बना दिया। रक्तदान जैसे आयोजनों से हाईकोर्ट के सदस्यों ने यह साबित किया कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी केवल कानूनी दायरे तक सीमित नहीं है।
सार्वजनिक योगदान की प्रेरणा
इस ब्लड डोनेशन कैंप ने झारखंड हाईकोर्ट के न्यायिक समुदाय को सार्वजनिक सेवा के प्रति एक नई पहचान दी है। यह आयोजन अन्य संस्थानों और व्यक्तियों को भी प्रेरित करता है कि वे समाज सेवा में सक्रिय भूमिका निभाएं।