Bokaro (Jharkhand) : झारखंड के बोकारो स्थित चास में नवनिर्मित फोरलेन सड़क एक स्थान पर घंस गई है, जिसे स्थानीय लोग निर्माण में लापरवाही बता रहे हैं। धर्मशाला मोड़ से पुरुलिया जाने वाली इस सड़क पर वन विभाग के रेंजर ऑफिस के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया है। बीच सड़क पर करीब तीन फीट गहरा गड्ढा बन गया है, जिसके चारों ओर दरारें फैल गई हैं।

यह स्थिति इस व्यस्त मार्ग पर हादसे के बड़े खतरे को न्यौता दे रही है। स्थानीय निवासियों ने तत्काल खतरे को देखते हुए टहनियां और लाल कपड़ा लगाकर रास्ता चिन्हित कर दिया है, ताकि रोजाना गुजरने वाले सैकड़ों वाहन चालक सतर्क रहें।
एक दूसरे पर दोष मढ़ रहे दोनों विभाग
सड़क धंसने के कारणों को लेकर निर्माण कंपनी और पाइप एजेंसी एक-दूसरे पर दोष मढ़ रही हैं, जबकि झारखंड सरकार का पथ निर्माण विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। पथ निर्माण विभाग के अनुसार, सड़क धंसने की वजह चास नगर निगम द्वारा पानी सप्लाई योजना के तहत बिछाई गई पाइप लाइन है।
विभाग के अभियंताओं का कहना है कि पाइप की टेस्टिंग के दौरान लीकेज हुआ, जिससे पानी रिसकर सड़क के नीचे की मिट्टी गीली हो गई और अंततः सड़क की ऊपरी परत टूटकर धंस गई। सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी अपनी गुणवत्ता को सही ठहरा रही है, जबकि पाइप लाइन टेस्टिंग करने वाली कंपनी लीकेज की जिम्मेदारी लेने से बच रही है।
विभाग की अनदेखी पर जनता में आक्रोश
सबसे बड़ी लापरवाही पथ निर्माण विभाग की सामने आई है। विभाग का कार्यालय इसी क्षतिग्रस्त सड़क से महज 500 गज की दूरी पर स्थित है, इसके बावजूद विभाग के कार्यपालक अभियंता से लेकर अन्य कर्मचारियों ने मौके का निरीक्षण करना भी जरूरी नहीं समझा।
स्थानीय लोगों का साफ कहना है कि विभाग की लापरवाही और ठेकेदारों की मनमानी के कारण यह जानलेवा स्थिति उत्पन्न हुई है। नागरिकों ने मांग की है कि विभाग तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करे और लापरवाही के लिए जिम्मेदार एजेंसियों पर कड़ी कार्रवाई करे, ताकि किसी बड़े हादसे को टाला जा सके।
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