चाईबासा : झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री के पहल पर राज्य भर में विगत 10 जून से 26 जून तक नशामुक्ति जागरूकता अभियान का आयोजन कराया जा रहा हैं, उसी के परिपेक्ष में गुरुवार को अंतिम दिवस के दिन अनुमंडल पदाधिकारी सदर चाईबासा संदीप अनुराग टोपनो के नेतृत्व में जिला समाहरणालय परिसर से ताम्बों चौक तक मादक पदार्थ के विरुद्ध जागरूकता थीम आधारित मिनी मैराथन का आयोजन किया गया।

छात्रों से लेकर कर्मचारी तक ,मिनी मैराथन में शामिल
मिनी मैराथन में स्कूली छात्र-छात्राओं, युवा वर्ग, सरकारी कर्मचारी और पदाधिकारी के द्वारा भाग लेकर नशा के विरुद्ध जागरूकता संदेश और पोस्टर, पैम्पलेट के माध्यम से भी आम लोगों को जागरूक किया गया।

अभियान का उद्देश्य है ,लोगों को जागरुक कर सही दिशा में लाना : एसडीओ
चाईबासा अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि नशा केवल व्यक्ति ही नहीं बल्कि पूरे समाज को खोखला करता है, इस अभियान का उद्देश्य है। लोगों को जागरुक कर सही दिशा में लाना है।
पुरुष वर्ग में लालू कण्डुलिय, महिला वर्ग में दिलकी पड़िया प्रथम
मैराथन दौड़ में पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान- लालू कण्डुलिय, द्वितीय स्थान- रंजीत पूर्ति, तृतीय स्थान सनी ईचागुटु, महिला वर्ग में प्रथम स्थान दिलकी पड़िया, द्वितीय स्थान बमय तिरिया ने ने प्राप्त किया सभी को मेडल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से नजारत उपसमाहर्ता, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला खेल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी सदर और खुंटपानी सहित जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

चाईबासा में छात्रों की नशा मुक्ति रैली, दिया “नशा छोड़ो, परिवार जोड़ो” का संदेश
चाईबासा : चाईबासा में झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देशानुसार और जिला विधिक सेवा प्राधिकार, चाईबासा के तत्वावधान में 26 जून 2025 को “मादक पदार्थ विरोधी दिवस” के अवसर पर एक विशेष नशा मुक्ति विधिक जागरूकता अभियान चलाया गया। यह कार्यक्रम एसपीजी मिशन उच्च विद्यालय चाईबासा में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार अध्यक्ष मौहम्मद शाकिर और प्राधिकार सचिव रवि चौधरी ने संयुक्त रूप से की।
जागरूकता रैली से अभियान का आगाज, छात्रों ने बुलंद किए नारे
कार्यक्रम की शुरुआत एक प्रभावशाली जागरूकता रैली के साथ हुई। विद्यालय के उत्साही छात्रों ने हाथों में नशा विरोधी स्लोगन की तख्तियां लेकर शहर में मार्च किया और लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया। रैली में छात्रों द्वारा लगाए गए प्रेरक नारे इस प्रकार थे:
“जिसने नशे को छोड़ा, उसने परिवार को जोड़ा”
“नशा तोड़ता है रिश्ता, डालसा जोड़ता है रिश्ता”
“नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो”
इस रैली ने चाईबासा शहर में नशे के खिलाफ एक सकारात्मक और शक्तिशाली संदेश प्रसारित किया।
विद्यालय में विधिक जागरूकता सत्र का आयोजन
रैली के समापन के बाद विद्यालय परिसर में एक महत्वपूर्ण विधिक जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में डीएलएसए के सचिव रवि चौधरी ने छात्रों को नशीले पदार्थों के सेवन के खतरों से विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि, “शराब, निकोटीन, कैफीन, ड्रग्स और अन्य अवैध नशीले पदार्थों का सेवन युवाओं को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से कमजोर बनाता है।”
सचिव रवि चौधरी ने अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ विरोधी दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए नशीली दवाओं के दुरुपयोग और उनकी तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और आपसी सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। इस वर्ष के अभियान की मुख्य थीम “Run for Drugs Free” थी।
अधिकार मित्र ने दी कानूनी जानकारी
इस अवसर पर अधिकार मित्र सूरज कुमार ठाकुर ने उपस्थित छात्रों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA), झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (JHALSA) और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) की भूमिकाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नशीली दवाओं के सेवन से मानसिक समस्याएं, अवसाद, याददाश्त कमजोर होना और अपराध करने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। सूरज ठाकुर ने कहा कि, “नवयुवकों को नशे से बचाना हम सभी का कर्तव्य है, क्योंकि वे ही देश का भविष्य हैं।”
विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका स्वेता तिर्की, शिक्षिका चाइना दत्ता और अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ बड़ी संख्या में छात्राओं ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। सभी ने नशा मुक्त भारत के अपने संकल्प को दोहराया और इस दिशा में लगातार जागरूकता फैलाने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।