Chaibasa (Jharkhand) : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन की ओर से बुधवार को आहूत एकदिवसीय बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में किए गए इस आह्वान के चलते जिले के दो प्रमुख शहरों, चाईबासा और चक्रधरपुर, को छोड़कर अन्य तमाम क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।

ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकों भी रहे बंद
नक्सली बंद के कारण अधिकांश क्षेत्रों में बाजार की सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। किरीबुरु, जगन्नाथपुर, मझगांव, बंदगांव, सोनुवा, गोइलकेरा, मनोहरपुर, आनंदपुर जैसे कई संवेदनशील प्रखंडों में तो बैंकों की स्थानीय शाखाओं, पेट्रोल पंपों और डाकघरों पर भी दिनभर ताले लटके रहे, जिससे सामान्य कामकाज ठप रहा।

यात्री बसों का परिचालन रुका, सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
बंद का सबसे ज्यादा प्रभाव परिवहन व्यवस्था पर देखने को मिला है। दहशत के माहौल में वाहनों के पहिए पूरी तरह से थम गए हैं, जिसके चलते सड़कें वीरान नजर आईं। चाईबासा से रांची जाने वाली यात्री बसों का परिचालन भी ठप रहा, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा और परेशानी का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि भाकपा माओवादी नक्सलियों ने पुलिस की बढ़ती कार्रवाई के विरोध में 08 से 14 अक्टूबर तक प्रतिरोध सप्ताह मनाने का आह्वान किया था, जिसके बाद 15 अक्टूबर को पूर्ण बंद का ऐलान किया गया था।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
हालांकि जिला मुख्यालय चाईबासा और चक्रधरपुर में सामान्य दिनों की तरह बाजार खुला रहा, लेकिन जिले के अन्य सुदूरवर्ती हिस्सों में बंद के कारण सन्नाटा पसरा हुआ है। नक्सली बंद को देखते हुए, जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों की टीमें जिले के विभिन्न हिस्सों में लगातार गश्त लगा रही हैं और स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं।
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