चाईबासा: झारखंड पुलिस और सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। चाईबासा के टोकलो थाना क्षेत्र के आसपास के जंगल और पहाड़ी इलाकों में चलाए गए एक विशेष अभियान के दौरान भारी मात्रा में गोला बारूद और 14 आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बम बरामद किए गए हैं।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि टोकलो थाना क्षेत्र के जंगलों और पहाड़ों में नक्सलियों ने भारी मात्रा में गोला बारूद छिपा कर रखा है। इस सूचना के आधार पर डीएसपी शिवम प्रकाश के नेतृत्व में पुलिस और सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की 60वीं बटालियन के जवानों ने संयुक्त रूप से नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया।
कई थाना क्षेत्रों में चला अभियान
सुरक्षा बलों ने यह अभियान टोकलो, कराईकेला, टेबो और बंदगांव थाना क्षेत्रों के साथ-साथ सरायकेला-खरसावां और चाईबासा जिलों के सीमावर्ती इलाकों में भी चलाया। इसी दौरान टोकलो थाना अंतर्गत चितपील के आसपास के जंगली और पहाड़ी क्षेत्रों में नक्सलियों द्वारा लगाए गए 14 खतरनाक आईईडी बम बरामद हुए।
बम निरोधक दस्ते ने किया निष्क्रिय
बरामद किए गए इन 14 आईईडी बमों को बम निरोधक दस्ते ने सावधानीपूर्वक जंगल में ही सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया, जिससे एक बड़ी संभावित दुर्घटना टल गई। इसके अलावा, सुरक्षा बलों ने एक नक्सली ठिकाने (डम्प) से लगभग 52 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री भी बरामद की, जिसमें अमोनियम नाइट्रेट जैसे खतरनाक विस्फोटक शामिल थे। इस बरामद विस्फोटक सामग्री को भी सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया गया। इस संबंध में टोकलो थाना में नक्सलियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है।
नक्सलियों के खिलाफ जारी रहेगी कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि इलाके में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है ताकि किसी और छिपे हुए विस्फोटक या नक्सली गतिविधियों का पता लगाया जा सके। पुलिस और सुरक्षा बल नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
इन इनामी नक्सलियों के खिलाफ चल रहा है अभियान
बता दें कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, रापा मुंडा और अन्य कई नक्सली अपने दस्ते के सदस्यों के साथ सारंडा और कोल्हान के क्षेत्रों में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए घूम रहे हैं। इन्हीं नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस, कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर की टीमों का एक संयुक्त अभियान लगातार जारी है।


