

Chaibasa (Jharkhand) : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले में स्थित बाल सुधार गृह (रिमांड होम) की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठे हैं। इस बार, दो बच्चे रिमांड होम की ऊंची दीवारों को फांदकर फरार हो गए, जिससे पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। यह घटना रात करीब 2-3 बजे की बताई जा रही है, जब सुरक्षा गार्ड सो रहे थे।

सुबह जब रिमांड होम प्रशासन को बच्चों की गैर-मौजूदगी का पता चला, तो उनके होश उड़ गए। दोनों बच्चे विभिन्न आरोपों में यहां लाए गए थे। उनकी अनुपस्थिति ने रिमांड होम प्रशासन की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर दिया है। इतनी सख्त सुरक्षा और लोहे के गेट के बावजूद बच्चों का भाग जाना सुरक्षा में बड़ी चूक की ओर इशारा करता है।

चार महीने पहले भी भागे थे 21 बच्चे
इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। हालांकि, रिमांड होम के प्रबंधक ने मीडिया से कोई भी जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया है।

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब चाईबासा के इस रिमांड होम से बच्चे फरार हुए हैं। इससे पहले, 1 अप्रैल को भी 21 बाल बंदी यहां से भाग गए थे। उस समय उन्होंने जमकर तोड़फोड़ और उत्पात मचाया था। उस घटना के बाद भी प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया, जिसका नतीजा एक और बड़ी चूक के रूप में सामने आया है।
अभिभावकों और पुलिस की चिंता बढ़ी
बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं को लेकर अभिभावकों के साथ-साथ पुलिस की भी चिंता बढ़ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये फरार बच्चे बाहर जाकर किसी गंभीर अपराध को अंजाम दे सकते हैं। वे आरोप लगाते हैं कि पुलिस प्रशासन केवल जांच का दिखावा करता है, जबकि रिमांड होम की सुरक्षा व्यवस्था जस की तस बनी हुई है। इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि रिमांड होम में बच्चों की सुरक्षा को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है।
