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Chaibasa News : सारंडा को वन्य प्राणी अभयारण्य घोषित करने के प्रस्ताव पर ग्रामीणों ने की रायशुमारी, पक्ष और विपक्ष में रखे गए विचार

Saranda Wildlife Sanctuary Proposal :

by Rajeshwar Pandey
Villagers opinion on Saranda Wildlife Sanctuary proposal in Chaibasa
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चाईबासा : झारखंड सरकार ने सारंडा को वन्य प्राणी अभ्यारण्य घोषित करने के प्रस्ताव पर ग्रामीणों की रायशुमारी करने के लिए एक आमसभा आयोजित की। मंगलवार को छोटानागरा के मचानगुटू मैदान में आयोजित इस आमसभा में हजारों ग्रामीणों ने भाग लिया।

सरकार लोकतांत्रिक मर्यादा का पालन कर रही है: मंत्री राधाकृष्ण

मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि सरकार लोकतांत्रिक मर्यादा का पालन करना जानती है और जनता की भावनाओं के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया जाएगा। जो भी निर्णय होगा, वह जनता की राय और संविधान के दायरे में होगा। सारंडा डीएफओ अभिरूप सिन्हा ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी राय ही अंतिम रिपोर्ट का आधार बनेगी और किसी भी योजना को जबरन लागू नहीं किया जाएगा।

सैंक्चुरी बनने पर विस्थापन, पुनर्वास और लाभ की योजनाओं पर उठे सवाल

ग्रामीणों ने सैंक्चुरी बनने पर विस्थापन, पुनर्वास और लाभ की योजनाओं पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि खदानें, जंगल और नदी-नाले तो गांवों को बर्बाद कर रही हैं, लेकिन स्थानीय को रोजगार नहीं मिल रहा। कई ग्रामीणों ने इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार का दबाव बताया। सैंक्चुरी के पक्ष में तर्क दिए गए कि इससे वन्य प्राणियों का संरक्षण होगा, जैव विविधता बचेगी और ईको-टूरिज्म से नए रोजगार की संभावनाएं खुलेंगी।वहीं विरोध करने वालों का कहना था कि इससे पारंपरिक अधिकार खतरे में पड़ जाएंगे, खेती, मवेशी चराई और वनोपज पर रोक लग सकती है। सभा में दर्जनों गांवों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।

खदानों से नहीं मिल पा रहा रोजगार

लगुड़ा देवगम ने कहा कि सैंक्चुरी बनने से पहले ग्रामीणों का संरक्षण और विकास सुनिश्चित हो। ग्रामसभा की अनुमति के बिना कोई फैसला मान्य नहीं होगा। रोआम के रामो सिद्धू ने खदानों को रोजगार देने में विफल बताया। पंचायत समिति सदस्य रामेश्वर चांपिया ने कहा कि ग्रामसभा की अनुमति के बिना कोई फैसला मान्य नहीं होगा।

मुखिया मंगल सिंह गिलुआ ने साफ कहा, “अगर फायदा होगा तो समर्थन करेंगे, लेकिन अस्तित्व और अधिकार से समझौता नहीं करेंगे।

यह थे शामिल

इस दौरान मंत्री दीपक बिरुवा, चमरा लिंडा, संजय प्रसाद यादव और दीपिका पांडेय सिंह भी मंच पर मौजूद रहीं। इसके अलावा, सांसद जोबा माझी, विधायक सोनाराम सिंकू, निरल पूर्ति, सुखराम उरांव, जगत माझी और जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी सोरेन भी उपस्थित थीं।
उपायुक्त चंदन कुमार और पुलिस अधीक्षक अमित रेणु ने सभा में सुरक्षा और कानून व्यवस्था का जायजा लिया।

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