Chakradharpur (Jharkhand): दक्षिण पूर्व रेलवे चक्रधरपुर रेल मंडल के डांगुवापोसी में एक दुखद घटना में बिजली का झटका लगने से इंजीनियरिंग स्टाफ पवन कुमार की मौत हो गई है। यह घटना रेलवे के लिए एक बड़ा झटका है और उनके परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
कपड़े टांगने के तार में दौड़ रहा था करंट
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पवन कुमार रोज की तरह रविवार को अपनी ड्यूटी करके अपने आवास रेलवे क्वार्टर आये थे। बताया जाता है कि रेलवे क्वार्टर में बिजली का करंट दौड़ रहा था। वह जब घर में ही कपड़ा टांग रहे थे तभी उन्हे करंट लग गया। पूरे क्वार्टर में बिजली दौड़ रही थी। जिससे उनकी मौत हो गई।
अगले दिन सुबह लोगों को मिली जानकारी
रविवार सुबह जब वह अपने ड्यूटी पर नहीं गए, तब उनके साथी कर्मचारी उनके घर देखने आये तो वह में घर में मृत पाये गए। इधर मौत की खबर मिलते ही रेलवे प्रशासन और उनके सहयोगियों में शोक की लहर फैल गई।
मेहनती और ईमानदार थे पवन कुमार
पवन कुमार अपने काम में बहुत ही मेहनती और ईमानदार थे। उनकी मौत से रेलवे को एक बड़ा नुकसान हुआ है। वह अपने काम के प्रति बहुत ही समर्पित थे और हमेशा अपने काम को समय पर पूरा करने की कोशिश करते थे। रेलवे प्रशासन ने पवन कुमार के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पवन कुमार की मौत से हमें बहुत बड़ा नुकसान हुआ है और हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं।
जांच के आदेश, दोषियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
इस घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है। रेलवे प्रशासन ने कहा कि वह इस घटना की जांच में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मंडल के अभियंता विभाग में मानवता की कमी
मंडल के अभियंता विभाग में मानवता की कमी का एक मामला सामने आया है। ट्रैक मैंटेनर पवन जो अपने रेल आवास में अकेले रहता थे, उसकी जान जर्जर इलेक्ट्रिक वायरिंग के चपेट में आकर चली गई। इस दु:खद घटना के बाद भी, एक भी इंजीनियरिंग सुपरवाइजर या स्टाफ उसके घर नहीं पहुंचा, जो मानवता की कमी को दर्शाता है। पूरी घटना की जानकारी वरीय अधिकारियों को दिया गया है और अब देखना यह है कि इस मामले में क्या कार्रवाई की जाती है। यह घटना रेलवे के बिजली विभाग में सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।