सेंट्रल डेस्क। चंडीगढ़ में हाल ही में एक असाधारण दृश्य देखने को मिला, जब स्थानीय प्रशासन द्वारा सिविल डिफेंस वॉलंटियरों के लिए किए गए आह्वान के बाद युवाओं की भारी भीड़ एकत्रित हुई। “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारों से गूंजते इस आयोजन में युवाओं ने राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति युवाओं का उत्साह
स्थानीय निवासी मुस्कान ने कहा, “हम यहां सेना का समर्थन करने आए हैं। वे हमारे लिए बहुत कुछ कर रहे हैं और हम भी उनके लिए कुछ करना चाहते हैं।” कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के विभिन्न सैन्य ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए, जिसमें राफिक़ी, मुरिद, चकलाला, रहीम यार ख़ान, सुक्कुर और चुनियां शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पासरूर और सियालकोट एवीएशन बेस पर रडार साइट्स को भी निशाना बनाया गया।
पाकिस्तान की आक्रामकता का विवरण
कर्नल कुरैशी ने पाकिस्तान की आक्रामकता का विवरण देते हुए बताया कि पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य संरचनाओं को निशाना बनाने के लिए यूसीएवी, लंबी दूरी की मिसाइलों, लोटरिंग अम्यूनिशन और लड़ाकू विमानों का उपयोग किया। भारत ने शनिवार को पाकिस्तान द्वारा भारत के 26 स्थानों पर हमले करने के बाद तुरंत जवाबी कार्रवाई की। लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के कई स्थानों पर अभी भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।
युवाओं का उत्साहजनक समर्थन
चंडीगढ़ के स्थानीय निवासी संजना अरोड़ा ने कहा, “हम यहां भारतीय सेना का समर्थन करने आए हैं और पाकिस्तान की लगातार उकसावे की कार्रवाईयों का जवाब देने के लिए तैयार हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन द्वारा बुलाए जाने पर इतनी बड़ी संख्या में युवाओं का एकत्र होना राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
चंडीगढ़ में युवाओं का यह सामूहिक प्रयास और उत्साहपूर्ण समर्थन यह स्पष्ट करता है कि भारतीय नागरिक अपनी सेना के साथ खड़े हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं। यह घटना न केवल चंडीगढ़, बल्कि पूरे देश में एकजुटता और राष्ट्रप्रेम का प्रतीक बन गई है।