पटना: जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। राजनीतिक सक्रियता बढ़ती दिखायी दे रही है। गृहमंत्री अमित शाह के बिहार दौरे के बाद सत्ताधारी दल जदयू ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। गृहमंत्री की ओर से राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर उठाये गये सवाल के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के विधायकों को शुक्रवार को पटना तलब कर लिया है। यह बैठक सीएम आवास में चल रही है।
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधायकों से वन टू वन मिलकर क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फीडबैक लिया। ये सिलसिला आगे भी चलने की उम्मीद है। विधायकों से बातचीत में नीतीश कुमार ने वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है। पटना में हो रही बैठक में नीतीश कुमार विधायकों से उनके क्षेत्र की समस्याओं को जान और समझ रहे हैं। पार्टी की कहां क्या स्थिति है और किस स्तर पर संगठन को मजबूत बनाये जाने की जरूरत है, इसका भी फीडबैक ले रहे हैं।
सीएम से मुलाकात के बाद बाहर निकले जदयू विधायक क्या बोले
जेडीयू के विधायक रामविलास कामत ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद बताया कि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र की समस्याओं पर बातचीत की और कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए तत्पर रहिए। कहीं कोई भी दिक्कत हो, समस्या हो तो मुझसे बात कीजिए।विधायक डॉक्टर संजीव, हरिनारायण सिंह और एमएलसी गुलाम गौस भी सीएम आवास पहुंचे। गुलाम गौस ने बताया कि चुनाव का समय है, इसलिए संगठन पर बातचीत करने और क्षेत्र की समस्याओं पर बात करने के लिए मुख्यमंत्री ने बुलाया था। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि सीएम विधायकों से कई मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं। इसमें क्षेत्र की समस्याओं के साथ लोकसभा चुनाव के संबंध में फीडबैक लेना है।
विधायकों ने सीएम नीतीश कुमार से क्या कहा
अफसरों के कामकाज पर भी विधायकों ने सवाल उठाया है। महागठबंधन में शामिल भाकपा माले ने भी कई बार अफसरों काम करने तौर-तरीकों पर सवाल उठाये हैं। पार्टी का आरोप रहा है कि सरकार भाजपा से अलग हो गयी लेकिन अफसरों के कामकाज का तरीका नहीं बदला है। वह भाजपा वाले मोड में काम कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी जब महागठबंधन में थे तब उन्होंने आरोप लगाया था कि अफसर जनप्रतिनिधियों की नहीं सुन रहे। इन बातों को मुख्यमंत्री ने ध्यान पूर्वक सुना और इसके समाधान की बात कही।
मुख्यमंत्री पहले दे चुके हैं अफसरों को हिदायत
कुछ दिन पहले नीतीश कुमार ने अफसरों को भी चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा था। यहां तक कहा था कि कभी भी चुनाव हो सकता है इसलिए तैयार रहिए। उन्होंने विकास कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिये थे। नीतीश कुमार आगे क्या कदम उठाने वाले हैं ये उनकी पार्टी में किसी को पता नहीं होता। वे समय आने पर अपनी रणनीति स्पष्ट करते हैं। वे अपने विधायकों को हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कह रहे हैं। उन्हें आशंका है कि कभी भी चुनाव हो सकता है।
गृहमंत्री ने नीतीश कुमार और राज्य सरकार के कामकाज पर बोला था हमला
गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को अपनी बिहार यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार के कामकाज पर हमला बोला था। गृहमंत्री ने विपक्षी नेताओं की एकता पर सवाल उठाते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, वहीं राज्य की कानून व्यवस्था और नीतीश कुमार की राजनीतिक विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल उठाये थे। गृहमंत्री के आगमन से पहले नीतीश कुमार ने अपने बयान में कहा था कि कोई भी व्यक्ति कहीं आने-जाने के लिए स्वतंत्र है।