Chaibasa (Jharkhand) : कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और जाने-माने समाजसेवी राजकुमार रजक का मंगलवार की सुबह करीब 7:30 बजे निधन हो गया। उनके निधन की खबर फैलते ही चाईबासा और आसपास के पूरे इलाके में शोक की गहरी लहर छा गई है। दुखद बात यह है कि पिछले एक महीने के भीतर ही उनके परिवार में यह दूसरी मौत है, जिसने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
लंबे समय से थे अस्वस्थ
पश्चिमी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव रहे राजकुमार रजक पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। उनका इलाज चाईबासा के साथ-साथ मुंबई के अस्पतालों में भी चल रहा था। आखिरकार, मंगलवार की सुबह उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
सरल स्वभाव और सेवा भावना के लिए थे लोकप्रिय
राजकुमार रजक अपने मिलनसार स्वभाव, सादगी और हमेशा दूसरों की मदद करने की भावना के लिए सभी वर्गों के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय थे। उन्होंने लंबे समय तक समाज सेवा के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।
महावीर मंडल और बाल मंडली से भी थे जुड़े
राजकुमार रजक चाईबासा के प्रसिद्ध महावीर मंडल के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में संरक्षक भी थे। इसके अलावा, वे बाल मंडली, चाईबासा के संरक्षक के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, नगरवासी और अन्य शुभचिंतक उनके आवास पर पहुंचने लगे और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया।
आज होगा अंतिम संस्कार
राजकुमार रजक का अंतिम संस्कार आज ही चाईबासा के मुक्तिधाम में किया जाएगा। यह दुख की बात है कि हाल ही में उनके छोटे भाई का भी हृदय गति रुकने से असामयिक निधन हो गया था, और उनका ब्राह्मण भोज भी अभी तक आयोजित नहीं किया गया था। ऐसे में राजकुमार रजक का जाना परिवार के लिए एक असहनीय पीड़ा लेकर आया है। कांग्रेस पार्टी समेत कई सामाजिक संगठनों ने राजकुमार रजक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।