पॉलिटिकल डेस्क,लखनऊ : काफी लंबे समय से जारी बातचीत के बाद सपा और कांग्रेस (Congress SP Alliance) के बीच सीटों का फॉर्मूला तय हो गया है। इसका ऐलान कभी भी हो सकता है। वाराणसी कांग्रेस के ही खाते में रहेगी। अखिलेश यादव यहां से अपना उम्मीदवार वापस लेंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा, जल्द गठबंधन होगा, गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने गठबंधन पर बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की विदाई का कार्यक्रम शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी और सपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस 17 लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ेगी, सपा 63 लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ेगी और 80 की 80 गठबंधन जीतेगी और भाजपा सत्ता के बाहर जाएगी। वाराणसी की सीट से समाजवादी पार्टी अब अपना नाम वापस लेगी और कांग्रेस को देगी।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे अखिलेश
कांग्रेस ने अखिलेश की दी हुई सीटों पर आखिर में दो बदलाव मांगे थे। पहला- हाथरस सपा को वापस देकर सीतापुर दी जाए। सपा ने कांग्रेस की इस मांग को मान लिया। वहीं, दूसरा बुलंदशहर या मथुरा में से एक सीट सपा ले ले और कांग्रेस को श्रावस्ती दे दे। अखिलेश ने श्रावस्ती देने पर सहानुभूति पूर्वक विचार करके शाम तक जवाब देने को कहा था।
इसके बाद ही दोनों नेता (अखिलेश और प्रियंका) सहमत हो गए और गठबंधन पर मुहर लग पाई। प्रियंका चाहती थीं कि मुरादाबाद में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से पहले गठबंधन पर बात बन जाए। 24 फरवरी को यात्रा दोबारा मुरादाबाद से शुरू हो रही है। प्रियंका भी इसमें शामिल होने जा रही हैं।
इन सीटों पर लड़ सकती है कांग्रेस (Congress SP Alliance)
सूत्रों के मुताबिक, रायबरेली, अमेठी और कानपुर की सीट अब कांग्रेस को मिल सकती है। इसके अलावा कांग्रेस को फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर सीट भी कांग्रेस के खाते में जाएगी। सामजावादी पार्टी प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, देवरिया, बाराबंकी ,मथुरा और सीतापुर की सीट भी कांग्रेस को दे सकती है।
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