Home » आरक्षण के खिलाफ बांग्लादेश में उग्र प्रदर्शन, हिंसा में पांच मरे, 400 से अधिक छात्र घायल

आरक्षण के खिलाफ बांग्लादेश में उग्र प्रदर्शन, हिंसा में पांच मरे, 400 से अधिक छात्र घायल

by Rakesh Pandey
Violence over job quota in Bangladesh
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

नई दिल्ली : Violence over job quota in Bangladesh : बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण के खिलाफ उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शन और हिंसा की घटनाओं में तीन छात्रों सहित पांच लोग मारे गए हैं और 400 से अधिक छात्र घायल हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने के अलावा जमकर लाठियां भी बरसाईं हैं।

Violence over job quota in Bangladesh :  पुलिस की कार्रवाई में छात्रों की मौत

पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर देश भर के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में कार्रवाई की गई। इसमें कम से कम पांच लोग मारे गए जबकि 400 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है। इसी दौरान पुलिस के कार्रवाई में रंगपुर बेगम रोकेया विश्वविद्यालय के एक छात्र अबू सईद की मौत हो गई है। मरनेवालों में तीन छात्र, एक राहगीर और एक अन्य शामिल है।

Violence over job quota in Bangladesh :  तीन दिनों से हिंसा का दौर जारी

पिछले तीन दिनों से बांग्लादेश में हिंसा का दौर जारी है, जिसने अब एक उग्र रूप धारण कर लिया है। विश्वविद्यालय के छात्रों ने यह आरोप लगाया है कि शेख हसीना के समर्थकों द्वारा उन पर हमला किया गया है। इस हमले में सैकड़ों लोगों के घायल होने की सूचना है, इनमें से 20 की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। छात्रों के अनुसार शेख हसीना ने अधिक आमदनी वाले लोगों को भी इस आरक्षण दिया है। यह लोग शेख हसीना के वोटर्स माने जाते हैं।

Violence over job quota in Bangladesh :  सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी आरक्षण पर रोक

एक सप्ताह पहले ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा नौकरी में आरक्षण पर रोक लगा दी गई थी, इसके बावजूद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कोर्ट के आदेश को लागू ना करते हुए इसे अपना फैसला बताया। इसी के बाद से विरोध शुरू हुआ। यह विरोध देखते ही देखते उग्र रूप में बदल गया और पूरे देश में फैल गया।

Violence over job quota in Bangladesh :  कितना प्रतिशत है आरक्षण

2018 में बांग्लादेश सरकार द्वारा आरक्षण नियम लागू किया गया था। इसके अंतर्गत स्वतंत्रता सेनानियों के बच्चों को नौकरी में 30% आरक्षण, पिछड़े जिलों के लिए 10%, महिलाओं के लिए 10%, अल्पसंख्यकों के लिए 5% और विकलांगों को 1% का आरक्षण दिया गया था। कुल आरक्षण का प्रतिशत सरकारी नौकरियों के लिए 56% हो चुका है। इसी के खिलाफ पूरे देश में विरोध- प्रदर्शन किया जा रहा है।

Violence over job quota in Bangladesh : क्या है विद्यार्थियों की 5 मांगें

मुख्य रूप से विद्यार्थियों की पांच मांगें हैं

* आरक्षण को 56% से घटकर 10% तक किया जाए।

* योग्य उम्मीदवार न मिलने की स्थिति में मेरिट लिस्ट से भर्ती की जाए।

Read Also-ओमान के पास समुद्र में डूब गया तेल टैंकर, 13 भारतीय समेत 16 लापता

Related Articles