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Cyber Fraud: साइबर ठगी का जामताड़ा कनेक्शन, पुटकी से दो शातिर गिरफ्तार

by Rakesh Pandey
Cyber Fraud
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रांची/Cyber Fraud: झारखंड का जामताड़ा जिला साइबर ठगी के मामले में दुनियाभर में कुख्यात हो चुका है। इस तथ्य को पुलिस और प्रशासन भी जानता है। समय-समय पर कई साइबर ठगी गिरफ्तार भी किए गए हैं जो जामताड़ा में बैठकर पूरे देश के लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी का शिकार बनाया करते रहे हैं।

हालांकि पुलिसकी तमाम कोशिशों के बावजूद जामताड़ा के माथे से ठगी के अपराध का कलंक मिटा नहीं है। आज भी यहां के साइबर ठग झारखंड ही नहीं बल्कि दूसरे राज्य के लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं।

Cyber Fraud: खुद को बैंक अधिकारी बताकर करते थे ठगी

पुलिस ने धनबाद के पुटकी से जिन दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है उनका भी जामताड़ा कनेक्शन निकला है। दरअसल, ये दोनों रहनेवाले जामताड़ा के ही हैं। खुद को बैंक का अधिकारी बताकर ये दोनों साइबर अपराध को अंजाम दिया करते थे। इनकी गिरफ्तारी पुटकी के शिव शंकर कालोनी से हुई है। पुलिस इन दोनों से पूछताछ कर रही है।

Cyber Fraud: छह मोबाइल, आठ सिम बरामद

धनबाद जिले की साइबर थाना पुलिस ने छापेमारी कर जिस नीलेश यादव और दीपेश यादव को पकड़ा है उनके पास से छह मोबाइल फोन और आठ सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं। ये दोनों शातिर जामताड़ा के करमाटांड़ के रहनेवाले हैं। दीपेश यादव के खिलाफ वर्ष 2017 में करमाटांड़ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी।

Cyber Fraud: मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने दबोचा

इस धर-पकड़ के संबंध में साइबर डीएसपी संजीव कुमार ने बताया कि प्रतिबिम्ब एप पर चार मोबाइल नंबर का लोकेशन पुटकी में मिला था। इसी के आधार पर साइबर थाने और पुटकी थाने की पुलिस ने छापेमारी कर दोनों अपराधियों को गिरफ्तार किया। ये दोनों पुटकी में अपने बहनोई महेंद्र यादव के घर आना जाना करते थे और यहीं से आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते थे।

Cyber Fraud: गैस सब्सिडी बंद होने की बात कह लेते थे झांसे में

साइबर अपराधी नीलेश यादव और दीपेश यादव खुद को इंडियन आयल का अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते थे। फोन पर लोगों से कहते थे कि उनकी गैस सबसिडी बंद हो गई है। इसके बाद लोग इनके झांसे में आ जाते थे और ठगी का शिकार हो जाते थे। इस प्रकार इन लोगों ने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।

Cyber Fraud: महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी दर्ज हैं मामले

नीलेश यादव और दीपेश यादव के खिलाफ महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्य में भी प्राथमिकी है। इनके पास से बरामद मोबाइल नंबर 7820891720 के विरुद्ध महाराष्ट्र, 9201310196 के विरूद्ध कनार्टक एवं महाराष्ट्र, 7000628169 के विरूद्ध महाराष्ट्र, और 8369007358 के विरूद्ध महाराष्ट्र में एफआईआर दर्ज है। पुलिस को इनकी लंबे समय से तलाश थी।

 

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