गांधीनगर : Cyclone Asna News : अब कच्छ की खाड़ी में चक्रवात आसना उठा है, जिससे गुजरात में पिछले कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। मानो राज्य में जल प्रलय आ गया है। वहीं बाढ़ की वजह से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। आईएमडी ने शुक्रवार को कच्छ की खाड़ी में जमीन वाले भाग के पास एक गहरे दबाव के साइक्लोन के उत्पन्न होने की जानकारी दी थी।
इस साइक्लोन का नाम आसना रखा है। इसका नाम पाकिस्तान ने दिया है। लगभग 49 साल के बाद ऐसा पहली बार हुआ कि कोई साइक्लोन तटीय इलाकों में डेवलप होकर समुद्र की ओर बढ़ा है। वैसे मौसम विभाग ने बताया कि इस साइक्लोन से कोई खतरा नहीं है।
वहीं अहमदाबाद में आईएमडी के वैज्ञानिक और हेड अशोक कुमार दास ने इस घटना की दुर्लभता के बारे में बाताया है। उन्होंने कहा की ‘यह एक दुर्लभ घटना है। पिछली बार ऐसा कुछ 1976 में हुआ था, जब ज़मीन पर एक दबाव बना, साइक्लोन में बदल गया और फिर समुद्र की ओर बढ़ गया। आमतौर पर इसके विपरीत होता है।
Cyclone Asna News : तट से दूर जा रहा है तूफान
आईएमडी ने बताया कि गुजरात के कच्छ के पास और पाकिस्तान तथा पूर्वोत्तर अरब सागर के आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बने ‘गहरे दबाव’ की वजह से बना साइक्लोन पश्चिम की ओर 6 km/hr की स्पीड से अरब सागर में चला गया है। इस साइक्लोन आसना का नाम पाकिस्तान ने दिया था। यह अगले दो दिनों तक भारतीय तट से दूर उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर लगभग पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा।
Cyclone Asna News : अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात का माहौल
डीप डिप्रेशन एक कम दबाव की स्थिति है, जिसमें हवा की गति 52 किमी प्रति घंटे से 61 किमी प्रति घंटे तक होती है, जबकि साइक्लोन में हवा की गति 63 किमी प्रति घंटे और 87 किमी प्रति घंटे के बीच होती है। किसी कम दबाव प्रणाली के साइक्लोन में बदलने के लिए समुद्र की सतह का तापमान 27 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक होना आवश्यक है। अगर देखा जाए तो बंगाल की खाड़ी में समुद्र की सतह का तापमान 28-30 डिग्री सेल्सियस है। अरब सागर में यह लगभग 27-28 डिग्री सेल्सियस है। यानी कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन के लिए आदर्श परिस्थिति बनी हुई है।