रांची : मौसम लगातार बदल रहा है। बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसका असर झारखंड के विभिन्न जिलों के अलावा पड़ोसी राज्य बिहार के कई इलाकों में देखा जा रहा है। झारखंड में बीते 24 घंटे के अंदर कई जिलों में अच्छी बारिश देखने को मिली हैं। कल भी बारिश होने की संभावना है। इसे देखते हुए भारतीय मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में कहीं-कहीं गर्जन व वज्रपात होने की संभावना है। ऐसे में बारिश के दौरान किसानों को विशेष रूप से तैयार रहने की जरूरत है। बारिश हो तो किसान खेत में नहीं जाएं और न ही किसी पेड़ के नीचे खड़े रहें। इन जगहों पर वज्रपात होने की संभावना अधिक रहती है।
बीते 24 घंटे में कैसा रहा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में झारखंड राज्य में कई स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई है तथा एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी दर्ज की गई है। राज्य में मानसून गतिविधि सामान्य रही। सबसे अधिक वर्षा 77.2 एमएम गढ़वा के मेरल में दर्ज की गई है। वहीं, सबसे अधिक तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस गोड्डा में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.1 रांची में दर्ज किया गया है।
झारखंड में 20 सितंबर तक बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग ने झारखंड राज्य में 20 सितंबर तक बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। रिपोर्ट के अनुसार, 16 सितंबर को राज्य के कई स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होगी। वहीं, 17 व 18 सितंबर को भी गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है। जबकि 19 व 20 सितंबर को भारी बारिश हो सकती है।
झारखंड में अबतक कितनी हुई बारिश
झारखंड राज्य में अभी भी औसत से काफी कम बारिश हुई है। अबतक सामान्य वर्षापात 913.4 एमएम होनी चाहिए। जबकि वास्तविक वर्षापात 602.4 एमएम हुई है। राज्य के कई जिलों में काफी कम बारिश होने से वहां सुखाड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसमें बोकारो, चतरा, देवघर, धनबाद, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गिरीडीह, गोड्डा, गुमला, हजारीबाग, जामताड़ा, खूंटी, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुर, पलामू, रामगढ़, रांची, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं। वहीं, अभी तक सिर्फ साहिबगंज जिले में औसत से अधिक वर्षा हुई है।
जानिए, झारखंड के किस जिले में कितनी हुई वर्षा (एमएम)
जिला : वास्तविक वर्षापात : सामान्य वर्षपात
बोकारो : 624.4 : 818.3
चतरा : 308.4 : 836.4
देवघर : 598 : 853.9
धनबाद : 616.1 : 947.1
दुमका : 597.1 : 907.2
पूर्वी सिंहभूम : 785 : 981.9
गढ़वा : 535.3 : 822
गिरीडीह : 544.5 : 858.9
गोड्डा : 777.4 : 791
गुमला : 471 : 960.7
हजारीबाग : 438.6 : 935
जामताड़ा : 564.3 : 933.2
खूंटी : 693.2 : 1008.5
कोडरमा : 411.1 : 784.1
लातेहार : 496 : 926
लोहरदगा : 491.6 : 881.5
पाकुर : 606.4 : 1025.6
पलामू : 455 : 766.1
रामगढ़ : 551.4 : 924.8
रांची : 603.9 : 932
साहिबगंज : 1061.6 : 1009.3
सरायकेला-खरसावां : 721 : 910.5
सिमडेगा : 1032.1 : 1192.2
पश्चिमी सिंहभूम : 706 : 913.6
सरकार ले सकती है बड़ा निर्णय
राज्य में कम बारिश होने से किसानों के साथ-साथ सरकार भी चिंतित है। कई जिलों में सुखाड़ जैसी स्थिति बन गई है। हालांकि, उसे लेकर सरकार जल्द ही बड़ा निर्णय ले सकती है। कम बारिश की चिंता राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लेकर मंत्री व विधायक तक व्यक्त कर चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही कुछ जिलों में सुखाड़ घोषित कर वहां पर किसानों को राहत दी जा सकती है। इधर, राज्य के किसान भी इसी के इंतजार में हैं। ताकि उन्हें इस परिस्थिति में मदद मिल सकें।