Home » Delhi Assembly Elections 2025 : दिल्ली विस चुनाव से पहले छूट रहे शब्दों के वाण, कोई ‘घोषणा मंत्री’, कोई ‘गाली गलौज पार्टी’, तो कोई…

Delhi Assembly Elections 2025 : दिल्ली विस चुनाव से पहले छूट रहे शब्दों के वाण, कोई ‘घोषणा मंत्री’, कोई ‘गाली गलौज पार्टी’, तो कोई…

by Yugal Kishor
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के समीप आते ही तीन प्रमुख दलों—आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच राजनीतिक बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है। कटाक्ष, नारे, वन-लाइनर्स और सोशल मीडिया पर वायरल होते ‘मीम्स’ के माध्यम से यह लड़ाई और भी तीव्र हो गई है।

‘आप’ का कटाक्ष और भाजपा का पलटवार

आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए उसे “भारतीय झूठा पार्टी” और “गाली-गलौज पार्टी” कहा है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आप’ को “आप-दा” और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को “घोषणा मंत्री” करार दिया है। इन आरोप-प्रत्यारोपों से राजनीति में वाकयुद्ध ने नया मोड़ ले लिया है।

आप ने भाजपा की केंद्र सरकार के कार्यों पर कटाक्ष करते हुए इसे “कर आतंक” बताया है और आरोप लगाया है कि भाजपा मध्यम वर्ग का शोषण करती है। केजरीवाल ने भाजपा के घोषणापत्र को “विनाश पत्र” कह कर उसकी निंदा की है। आप ने भाजपा को “रावण भक्त” और खुद को “राम भक्त” बताते हुए दिल्ली में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी हमला बोला है।

कांग्रेस की चुटकी और ‘फर्जीवाल’ पर हमला

कांग्रेस (Congress) पार्टी भी इस राजनीतिक संघर्ष में पीछे नहीं रही है। उसने केजरीवाल को “फर्जीवाल” और मोदी को “छोटा रिचार्ज” बताया है। कांग्रेस का आरोप है कि केजरीवाल भाजपा की रणनीति अपना रहे हैं। कांग्रेस अपने अभियान में “आप के पाप का पर्दाफाश” जैसे नारों का इस्तेमाल कर रही है और केजरीवाल को “बहरूपिया” करार देते हुए उनका विरोध कर रही है।

‘मीम’ और वन-लाइनर्स का बढ़ता प्रभाव

जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सोशल मीडिया पर ‘मीम्स’ और ‘वन-लाइनर्स’ के जरिए राजनीतिक बयानबाजी और बढ़ती जा रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब कटाक्ष, आरोप-प्रत्यारोप और नारों के सहारे वोटरों का दिल जीतने की होड़ मची हुई है। इन सबके बीच आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में सत्ता वापसी के लिए ‘दो करोड़ नौकरियां’ देने जैसे वादों को लेकर भाजपा को घेरने की कोशिश की है।

आगामी चुनाव की ओर बढ़ते कदम

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान 5 फरवरी को होगा, और मतगणना 8 फरवरी को होगी। इस बीच, भाजपा, आप और कांग्रेस अपनी-अपनी रणनीतियों के तहत एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए नए-नए तरीके अपनाने में जुटी हुई हैं।

Related Articles