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दिल्ली के कापसहेड़ा में युवक की संदिग्ध मौत से हड़कंप, समालखा में हिंसक विरोध और चक्का जाम

by Neha Verma
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नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के कापसहेड़ा थाना क्षेत्र में मंगलवार रात पुलिस हिरासत में एक 19 वर्षीय युवक की संदिग्ध मौत ने इलाके में तनाव फैला दिया। मृतक की पहचान रवि साहनी उर्फ रवि कालिया के रूप में हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने हिरासत में बर्बरता से उसकी पिटाई की, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। वहीं, इस घटना के विरोध में बुधवार को हरियाणा के समालखा क्षेत्र में लोगों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम किया और पुलिस पर पथराव किया।

क्या है पूरा मामला?

मंगलवार देर रात कापसहेड़ा थाना पुलिस ने पेट्रोलिंग के दौरान रवि साहनी, विकास उर्फ मजनू (28) और एक नाबालिग को संदिग्ध हालत में बाइक पर घूमते देख हिरासत में लिया। पुलिस के मुताबिक, तलाशी में विकास के पास से एक पिस्टल बरामद हुई, जबकि रवि द्वारा चलाई जा रही बाइक चोरी की पाई गई। इसके बाद तीनों को थाने ले जाया गया।

हालांकि, परिजनों और चश्मदीदों का आरोप है कि पुलिस ने तीनों युवकों को एक सुनसान स्थान पर ले जाकर डंडों से बेरहमी से पीटा। नाबालिग को छोड़ दिया गया, लेकिन रवि और विकास को हिरासत में रखा गया। रात करीब 1 बजे रवि के मामा प्रदीप साहनी को पुलिस से फोन आया कि रवि की मौत हो गई है।

परिजनों का आरोप – “पुलिस की पिटाई से हुई मौत”

रवि के परिजनों ने दावा किया है कि उसे पुलिस ने पीट-पीटकर मारा है। उन्होंने घटनास्थल से बरामद एक पेड़ से बंधे कपड़े और डंडों को पुलिस की बर्बरता का सबूत बताया है। विकास की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विकास के भाई राजू ने पुलिस पर पारदर्शिता न बरतने का आरोप लगाया।

पुलिस का पक्ष – “हिरासत से भागने की कोशिश में हुई मौत”

दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बयान जारी करते हुए कहा कि रवि ने हिरासत से भागने की कोशिश की, इसी दौरान वह गिर पड़ा और सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई। पुलिस का दावा है कि दोनों को मेडिकल जांच के बाद वसंत कुंज ले जाया जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ।

समालखा में उग्र प्रदर्शन, भारी पुलिस बल तैनात

बुधवार सुबह इस घटना के विरोध में सैकड़ों लोग समालखा की सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सड़क को जाम कर दिया और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। हालात बिगड़ने पर इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। प्रदर्शनकारियों ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

न्यायिक जांच के आदेश, सोशल मीडिया पर भी उठे सवाल

घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस विभाग ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि जांच में यह तय किया जाएगा कि हिरासत के दौरान पुलिस ने सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया या नहीं। सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में भी इस घटना को लेकर भारी नाराजगी देखी जा रही है।

स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में

घटना के बाद से कापसहेड़ा और समालखा क्षेत्रों में तनाव का माहौल बना हुआ है। हालांकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

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