सेंट्रल डेस्क : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में रेलवे प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त आरपीएफ (RPF) और पुलिस बल की तैनाती नहीं थी। स्पेशल ट्रेन (Special Train) की घोषणा के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, जिससे हादसा हुआ।
जांच टीम ने की घटनास्थल की जांच
रेलवे ने इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित की है। इस टीम में नरसिंह देव (PCCM, उत्तर रेलवे) और पंकज गंगवार (PCSC, उत्तर रेलवे) शामिल हैं। सोमवार को अधिकारियों ने बताया कि जांच टीम ने स्टेशन का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
भीड़ बढ़ने के बावजूद स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई गई
शनिवार को 8500 यात्रियों ने प्रयागराज जाने के लिए जनरल टिकट खरीदा था। इतनी बड़ी संख्या में टिकटों की बिक्री के बावजूद रेलवे ने समय पर अतिरिक्त ट्रेनें नहीं चलाईं। सिर्फ एक स्पेशल ट्रेन चलाई गई, लेकिन जनरल कोच (General Coach) में यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ती रही।
भगदड़ की मुख्य वजहें
-स्टेशन पर आरपीएफ और पुलिस की कमी
-स्पेशल ट्रेन की देर से घोषणा
प्लेटफॉर्म पर पहले से खड़ी दो -ट्रेनों की वजह से भीड़ बढ़ना
-रविवार के अवकाश के चलते यात्रियों की संख्या ज्यादा होना
पीड़ितों को दी गई आर्थिक सहायता
रेलवे प्रशासन ने हादसे में घायल और मृतकों के परिजनों को 1.80 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद (Financial Aid) दी है। दिल्ली के सभी रेलवे स्टेशनों से नकदी मंगवाकर तुरंत सहायता राशि वितरित की गई।
यह हादसा रेलवे की लापरवाही और भीड़ नियंत्रण में असफलता की वजह से हुआ। समय रहते अगर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था और अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जातीं, तो यह घटना टल सकती थी। रेलवे प्रशासन को भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए बेहतर प्रबंधन करना होगा।
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