देवघर (सारठ): इंसानों में ही नहीं, जानवरों में भी संवेदनाएं होती हैं—इसका भावुक उदाहरण झारखंड के देवघर जिले में देखने को मिला। चितरा थाना क्षेत्र के ब्रह्रासोली गांव में एक अंतिम यात्रा के दौरान जो दृश्य देखने को मिला, उसने सभी को भावुक कर दिया। गांव के रहने वाले मुन्ना सिंह की मौत के बाद उनके अंतिम दर्शन के लिए जहां सैकड़ों लोग जुटे थे, वहीं अचानक एक बंदर भी आकर शव के पास बैठ गया, रोने लगा और मुन्ना सिंह के गाल को चूम लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बंदर ने चादर हटाकर पहले मृतक का चेहरा देखा, फिर रोते हुए उनके गालों को चूमा। वहां मौजूद लोग ये दृश्य देखकर दंग रह गए और इस अद्भुत क्षण को अपने मोबाइल कैमरे में कैद करने लगे।
श्मशान तक नहीं छोड़ा साथ
बंदर यहीं नहीं रुका, वह मुन्ना सिंह की अंतिम यात्रा में भी शामिल हो गया। कई किलोमीटर तक शव यात्रा में साथ चलते हुए वह श्मशान घाट तक पहुंचा। जब अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हुई, तो मुखाग्नि से पहले बंदर एक बार फिर शव के पास जाकर बैठ गया। अंतिम विदाई तक वह वहां डटा रहा और जब तक संस्कार पूर्ण नहीं हुए, तब तक वहां से हिला नहीं।

लोगों ने देखा चमत्कार, बताया हनुमान का रूप
इस पूरे घटनाक्रम को देखकर स्थानीय लोग इसे एक चमत्कार मानने लगे। कुछ ने तो बंदर को भगवान हनुमान का रूप समझा और उसके पैर छूकर आशीर्वाद लेने लगे। गांव में अब इस बंदर की चर्चा चारों ओर है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस पूरे भावुक दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस वीडियो को शेयर कर लिख रहे हैं कि “भावनाओं की कोई भाषा नहीं होती” और यह बंदर इस बात का प्रमाण है।