- बैद्यनाथधाम और देवघर स्टेशन को किया जाएगा अपग्रेडः DRM
देवघर : बाबानगरी यानि देवघर में श्रावणी मेले को लेकर तैयारियां नजर आने लगी हैं। श्रावणी मेला के दौरान देवघर में बिजली आपूर्ति की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बिजली विभाग ने पुराने और जर्जर तारों को बदलने का कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि, इस प्रक्रिया के चलते कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हो रही है।

जर्जर तारों के साथ ट्रांसफार्मरों को भी बदला जा रहा
बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता नीरज आनंद ने बताया कि कांवरिया पथ और अन्य प्रमुख मार्गों पर स्थित जर्जर तारों और ट्रांसफार्मरों को बदलने का कार्य चल रहा है। यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
मरम्मत के दौरान हो रही पावर कट की समस्या
हालांकि, इस मरम्मत कार्य के दौरान देवघर शहर के श्री राम झा चौक, हिंदी विद्यापीठ, रंग मोड़ और रिखिया जैसे क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हो रही है। स्थानीय निवासियों ने इस बारे में शिकायत की है कि मरम्मत के दौरान घंटों बिजली कटौती हो रही है।
बिजली विभाग ने कहा- जल्द पूरा हो जाएगा यह काम
बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता नीरज आनंद ने नीरज आनंद ने आश्वासन दिया कि सभी जर्जर तारों और ट्रांसफार्मरों को बदल दिया जाएगा, जिससे पावर कट की समस्या समाप्त हो जाएगी। उन्होंने बताया कि सावन के महीने में बिजली की खपत में 25 से 30 मेगावाट की वृद्धि हो जाती है, जिससे यह नवीनीकरण आवश्यक हो जाता है।
श्रद्धालुओं की सुविधा का रखा जाएगा ध्यान
श्रावणी मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु बाबा की नगरी में जलार्पण के लिए पहुंचते हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों को सुविधा प्रदान करने और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बिजली के जर्जर तारों को बदलने का काम किया जा रहा है। देवघर में श्रावणी मेला के दौरान बिजली विभाग की यह सक्रियता श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों के लिए राहत का कारण बनेगी। हालांकि, मरम्मत कार्य के दौरान अस्थायी असुविधाओं के लिए विभाग ने निवासियों से सहयोग की अपील की है।

आगामी श्रावणी मेले 2025 की तैयारियों को लेकर देवघर के उपायुक्त (DC) नमन प्रियेश लकड़ा ने शनिवार को मेला क्षेत्र और रूट लाइन का विस्तृत निरीक्षण किया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उपायुक्त ने विभिन्न महत्वपूर्ण स्थलों का जायजा लिया और तैयारियों का मूल्यांकन किया।
व्यापक निरीक्षण और प्रमुख निर्देश
उपायुक्त लकड़ा ने निरीक्षण की शुरुआत बाघमारा बस स्टैंड से की, जो मेले के दौरान श्रद्धालुओं के आगमन का एक प्रमुख केंद्र होता है। इसके बाद, उन्होंने कोठिया टेंट सिटी निर्माण स्थल का दौरा किया, जहां हजारों श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान, उन्होंने टेंट सिटी में सुविधा, सुरक्षा, स्वच्छता (हाइजीन) और उचित वेंटिलेशन पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने टेंट सिटी में शौचालय की निश्चित दूरी, सुचारू विद्युत व्यवस्था और विद्युत आपूर्ति के साथ-साथ विद्युत संचरण के संबंध में संबंधित कार्यपालक अभियंता को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
निरीक्षण के दौरान, उपायुक्त ने सरसा, भलुआ, परित्राण और दुम्मा बॉर्डर जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं का भी दौरा किया। इन स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं और सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कांवरिया पथ का भी निरीक्षण किया, जो श्रावणी मेले के दौरान कांवरियों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग होता है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा पर फोकस
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने जोर दिया कि श्रावणी मेले के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने संबंधित विभागों को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर पूरी करने और किसी भी प्रकार की कमी न रहने देने का निर्देश दिया। जलपान, चिकित्सा सुविधा, स्वच्छता, भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
श्रावणी मेले की महत्ता
देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम, भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और श्रावणी मेला यहां का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होता है। इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए आते हैं। जिला प्रशासन हर साल इस मेले को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए व्यापक तैयारियां करता है।
बैद्यनाथधाम और देवघर स्टेशन को किया जाएगा अपग्रेडः डीआरएम
श्रावणी मेले को लेकर रेलवे की तैयारी का जायजा लेने के लिए आसनसोल डिवीजन के डीआरएम चेतनानंद प्रसाद देवघर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बैद्यनाथधाम रेलवे स्टेशन, देवघर रेलवे स्टेशन और जसीडीह रेलवे स्टेशन का जायजा लिया और रेलवे के पदाधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला को लेकर देवघर स्टेशन और बैद्यनाथधाम रेलवे स्टेशन को अपग्रेड किया जा रहा है।
डीआरएम ने कहा कि देवघर जिले का सबसे पुराना स्टेशन बैद्यनाथधाम है. यह उस वक्त से चालू है जब स्टीम इंजन ट्रेनों का परिचालन होता था और सेफ्टी की व्यवस्था नहीं थी, इसलिए रेलवे विभाग की तरफ से बैद्यनाथधाम स्टेशन का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस बार श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भी रेलवे प्रशासन की तरफ से भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। हर वर्ष रेलवे के विभिन्न स्थानों पर पुलिस की टीम रहती थी, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था की जा रही है. इसको लेकर उन्होंने झारखंड के डीजीपी से भी मुलाकात की थी।
रेलवे प्रबंधन के द्वारा देवघर और जसीडीह स्टेशन पर यात्रियों के लोड को कम करने के लिए बैद्यनाथधाम स्टेशन को जल्द ही तैयार कर दिया जाएगा। इसके अलावा मधुपुर जंक्शन पर सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, ताकि इन स्टेशनों से नई ट्रेनें खुल सकें. मधुपुर के साथ-साथ देवघर स्टेशन पर वॉशिंग सेंटर की भी शुरुआत की जाएगी, ताकि देवघर स्टेशन से भी विभिन्न राज्यों के लिए नई ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जा सके।