चंडीगढ़ : डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को जेल से बाहर आने की अनुमति मिल गई है। उसे 21 दिन की पैरोल दी गई है। गुरुवार को उसने हरियाणा के रोहतक जिले स्थित सुनारिया जेल से बाहर कदम रखा। राम रहीम के वकील ने बताया कि उसे यह पैरोल मिली है, जिसके दौरान उसके सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय में रहने की संभावना है।
पिछले कुछ सालों में चुनाव से पहले मिलती रही पैरोल
राम रहीम को पहले भी कई बार चुनावों से पहले पैरोल मिल चुकी है। फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय उसे 30 दिन की पैरोल दी गई थी, जबकि पिछले साल फरवरी में भी उसे 20 दिन की पैरोल मिली थी। ये घटनाएं अक्सर चुनावों के आसपास घटित होती हैं। इस बार भी उसकी पैरोल विधानसभा चुनावों से पहले मिली है और यह चुनावी सियासत में एक चर्चा का विषय बन गया है।
दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहा है राम रहीम
गुरमीत राम रहीम सिंह को 2017 में दो अनुयायियों से बलात्कार करने के आरोप में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। वह तब से जेल में बंद हैं। इसके अलावा, राम रहीम और उसके चार सहयोगियों को 2002 में डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में भी सजा हुई थी। हालांकि, पिछले साल पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने उसे हत्या के मामले में बरी कर दिया था।
सिख संगठन की आलोचना
राम रहीम को पैरोल मिलने के बाद सिख संगठनों ने आलोचना की है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसे संगठनों का कहना है कि इस तरह की राहत को लेकर सरकार को सावधानी बरतनी चाहिए। सिख समुदाय का कहना है कि राम रहीम के खिलाफ जो आरोप हैं, उन पर पूरी गंभीरता से विचार होना चाहिए और उसे इस तरह की सुविधाएं नहीं दी जानी चाहिए।
डेरा सच्चा सौदा के बड़ी संख्या में अनुयायी
डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सहित कई राज्यों में फैले हुए हैं। हरियाणा में सिरसा, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल और हिसार जैसे जिलों में डेरा के अनुयायी काफी संख्या में हैं। सिरसा में डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय स्थित है, और यहां राम रहीम के अनुयायी नियमित रूप से आते रहते हैं।